दुबई। टी-20 विश्व कप का आगाज हो चुका है। फैंस को भारत और पाकिस्तान के बीच 24 अक्तूबर को होने वाले मैच का बेसब्री से इंतजार है। काफी पहले से ये माना जाता रहा है कि इन दोनों टीमों के बीच होने वाला मुकाबला भारत की बल्लेबाजी और पाकिस्तान की गेंदबाजी के बीच होता है।
हालांकि, पिछले कुछ समय में ये बदल गया है। भारत की गेंदबाजी पहले से कहीं बेहतर हो गई है। ऐसे में पाकिस्तान के लिए यह मैच आसान नहीं होने वाला है। हम आपको बता रहे हैं कि दोनों टीमों में से किसकी गेंदबाजी आक्रमण ज्यादा बेहतर है…
भारत और पाकिस्तान के गेंदबाजों की तुलना
भारतीय टीम में जो गेंदबाज शामिल हैं, उन्हें अब टीम से खेलते हुए काफी समय हो चुका है। वहीं, पाकिस्तान के ज्यादातर गेंदबाज हाल फिलहाल में ही टीम में आए हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि पेपर पर चाहे वो तेज गेंदबाजी हो या स्पिन भारतीय टीम ज्यादा मजबूत नजर आ रही है।
भारतीय टीम टी-20 विश्व कप में अपने स्टार गेंदबाजों के साथ उतरी है। भारत के लिए मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, रविचंद्रन अश्विन, राहुल चाहर, वरुण चक्रवर्ती, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा प्रमुख गेंदबाज होंगे। वहीं पाकिस्तान की टीम में हसन अली, हरीस रऊफ, मोहम्मद नवाज, शाहीन शाह अफरीदी, शादाब खान, इमाद वसीम मुख्य गेंदबाज होंगे।
टीम इंडिया के गेंदबाज : भारतीय टीम की गेंदबाजी इस समय दुनिया की सबसे बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण में से एक है। जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की तिकड़ी किसी भी टीम को परेशानी में डाल सकते हैं। डेथ ओवर्स में इनके यॉर्कर्स से पार पाना मुश्किल है। वहीं, स्पिन में टीम के पास अनुभवी अश्विन और जडेजा हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को अपनी फिरकी पर नचा सकते हैं। इसके अलावा टीम के पास मिस्ट्री स्पिनर वरुण भी है। वह आईपीएल में शानदार फॉर्म में थे और सामने वाले बल्लेबाज को उन्हें पढ़ पाना मुश्किल है।
जसप्रीत बुमराह : भारत के यॉर्कर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने 50 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 59 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 6.66 की रही है। इस साल आईपीएल में बुमराह ने 21 विकेट लिए थे और सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में तीसरे नंबर पर रहे थे।
मोहम्मद शमी : सीम के बेताज बादशाह माने जाने वाले मोहम्मद शमी किसी भी टीम के लिए खतरा बन सकते हैं। हाल ही में हुए इंग्लैंड के खिलाफ वार्म अप मैच में उन्होंने तीन विकेट झटके थे। पाकिस्तान के बल्लेबाजों को शमी को खेलने में परेशानी हो सकती है। उनके पास पेस के साथ-साथ सीम भी है। शमी ने 12 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में 12 विकेट लिए हैं। शमी का यूएई में प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस साल आईपीएल में उन्होंने 19 विकेट लिए थे और पांचवें स्थान पर रहे थे।
भुवनेश्वर कुमार : भारतीय टीम के स्विंग मास्टर भुवनेश्वर कुमार काफी समय से चोट से जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने इस साल इंग्लैंड के खिलाफ वापसी की और तब से लगातार टीम इंडिया के हिस्सा हैं। हालांकि, इस साल उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है, लेकिन दुबई के मैदान पर उनका पेस वेरिएशन मुश्किल खड़ी कर सकता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में भी भुवी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। डेथ ओवर में भुवनेश्वर को यॉर्कर फेंकने में महारत हासिल है। उनका अनुभव भी काफी काम आ सकता है। भुवनेश्वर ने 51 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में 50 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 6.90 का रहा है।
रवींद्र जडेजा : भारत के नंबर एक ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर इस साल काफी जिम्मेदारी होगी। वह टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। आईपीएल में भी जडेजा ने बल्ले और गेंद दोनों से जलवा बिखेरा था। विश्व कप में भी वह यह कारनामा कर सकते हैं। जडेजा ने आईपीएल 2021 में 13 विकेट लिए थे। सटीक लाइन लेंथ और जल्दी ओवर निकालना उनकी पहचान है। जडेजा ने 50 टी-20 मैचों में 7.10 की इकोनॉमी रेट से 39 विकेट झटके हैं।
रविचंद्रन अश्विन : टी-20 में अश्विन अपनी फिरकी और किफायती गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। उनके पास काफी वेरिएशन है, जिसके कारण बल्लेबाजों को उनके खिलाफ संघर्ष करना पड़ता है। वे बीच-बीच में लेग स्पिन और तेज गेंदबाजी भी करते हैं। अश्विन इससे पहले भी पाकिस्तान के खिलाफ खेल चुके हैं और उन्हें उनकी कमजोरी पता है। अश्विन ने 46 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 52 विकेट झटके हैं।
वरुण चक्रवर्ती और राहुल चाहर : वरुण फिलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नए हैं, लेकिन आईपीएल में उन्होंने काफी विकेट झटके हैं। उन्होंने लगभग हर बल्लेबाज को छकाया है और पावरप्ले से लेकर डेथ ओवर्स में भी बल्लेबाजी की है। आईपीएल 2021 में उन्होंने 18 विकेट झटके थे और उनका इकोनॉमी रेट सिर्फ 6.58 का रहा था। राहुल चाहर अपने कारगर लेग स्पिन से किसी को भी आउट कर सकते हैं। उनकी गुगली कमाल की है और विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करती है।
पाकिस्तान के गेंदबाज : पाकिस्तान का गेंदबाजी आक्रमण एक समय दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण में गिना जाता था। हालांकि, इस समय उनके पास अनुभवी गेंदबाजों की कमी है और भारत के खिलाफ दबाव वाले मैच में वह चोक कर सकते हैं। अनुभव की कमी उनके लिए खतरा बन सकती है। साथ ही भारत के स्टार बल्लेबाजी किसी भी कमी को भुनाने का मौका नहीं छोड़ेंगे। टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान के मुख्य हथियार शाहीन शाह अफरीदी ही होंगे।
शाहीन शाह अफरीदी : 21 साल के शाहीन अपनी स्पीड और स्विंग के लिए जाने जाते हैं। वे बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं और दाएं हाथ के बल्लेबाजों को इन स्विंग करते हैं। ऐसे में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। शाहीन ने बहुत ही कम समय में अपनी पहचान बना ली है। मोहम्मद आमिर के रिप्लेसमेंट के तौर पर आए शाहीन शाह अफरीदी ने 30 मैचों में 32 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 8.17 का रहा है।
हरीस रऊफ : हरीस रऊफ 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। हरीस के पास गति तो है, लेकिन लाइन लेंथ नहीं है। वे कई मैचों में काफी महंगे साबित हुए हैं। हरीस ने पाकिस्तान के लिए 23 टी-20 मैचों में 8.94 के इकोनॉमी रेट से 28 विकेट चटकाएं हैं।
हसन अली : पाकिस्तान की मौजूदा टीम में सबसे अनुभवी गेंदबाज हसन अली अपने सटीक लाइन लेंथ और अपने आक्रामक जश्न के लिए जाने जाते हैं। हसन ने टी-20 में काफी शानदार गेंदबाजी की है। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 41 मैचों में 52 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी 8.29 का रहा है। हसन बीच के ओवरों में विकेट निकालने में माहिर हैं।
शादाब खान : पाकिस्तान के लेग स्पिनर शादाब खान काफी समय से टीम में हैं। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने ही भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डाला था। हालांकि, इसके बाद वह कुछ खास नहीं कर सके हैं। शादाब ने पाकिस्तान के लिए 53 मैचों में 58 विकेट लिए हैं। शादाब का इकोनॉमी रेट 7.40 का रहा है।
इमाद वसीम : ऑलराउंडर इमाद वसीम पाकिस्तान के लिए पावरप्ले में और बीच के ओवरों में गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने कई मौको पर अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से टीम को जीत दिलाई है। वसीम ने पाकिस्तान के लिए 52 टी-20 मैचों में 51 विकेट लिए हैं।
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