नई दिल्ली: कांग्रेस में 20 अगस्त तक पार्टी के भीतर की चुनावी प्रक्रिया (electoral process) को पूरा कर लिया गया है. अब 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच नए पार्टी अध्यक्ष (new party president) के लिए चुनावी प्रक्रिया की घोषणा होनी है, जिसका काउंटडाउन (countdown) रविवार से शुरू हो गया. सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (central election authority) ने तय वक्त पर चुनावी प्रकिया पूरी करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. अथॉरिटी के चैयरमैन को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक (Congress Working Committee meeting) बुलाए जाने का इंतजार है, जो अध्यक्ष पद के लिए चुनावी तारीखों का ऐलान करेगी और फिर अथॉरिटी उसका नोटिफिकेशन कर देगी. लेकिन मसला अभी फंसा हुआ ही दिख रहा है.
कहा जा रहा है कि अगले 4 से 5 दिनों में कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा. लेकिन राहुल गांधी हैं कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं हैं, हालांकि उनको अभी भी मनाने की तमाम कोशिशें जारी हैं. दरअसल, राहुल गैर गांधी को अध्यक्ष पद दिए जाने की बात पर अड़े हुए हैं और इसीलिए वह प्रियंका को भी नामांकन दाखिल करने से मना करते आए हैं.
राहुल गांधी के नहीं मानने की सूरत में पार्टी का एक बड़ा तबका सोनिया गांधी से ही 2024 तक पद पर बने रहने की मांग कर रहा है. वहीं, सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों से पद पर नहीं रहना चाहतीं. राहुल गांधी भी चाहते हैं कि सोनिया की जगह अब कोई गैर गांधी पद संभाले. हालांकि, राहुल 4 सितम्बर को दिल्ली में होने वाली महंगाई-बेरोजगारी पर हल्ला बोल रैली में हिस्सा लेंगे. फिर 7 सितम्बर से 148 दिन, 3500 किलोमीटर की कन्याकुमारी से कश्मीर तक होने वाली भारत जोड़ो यात्रा में भी हिस्सा लेंगे.
ऐसे अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. वैसे अगर यही हालात बरकरार रहे तो अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, कुमारी शैलजा और मुकुल वासनिक सरीखे नेताओं में से किसी एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिश हो सकती है, लेकिन वो तब जब राहुल आखिर तक नहीं माने और सोनिया भी तैयार नहीं हुईं. कुल मिलाकर अगले कुछ दिन गांधी परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष के लिहाज से काफी अहम रहने वाले हैं, जिसकी शुरुआत तकनीकी तौर पर तो आज से हो ही गई है.
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