नई दिल्ली। अंग्रेजी कैलेडर के अंतिम माह दिसंबर 2021 का दूसरा सप्ताह 06 तारीख से प्रारंभ होने वाला है. पंचांग के अनुसार इस दिन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है. दिंसबर 2021 के दूसरे सप्ताह में मार्गशीर्ष मास की विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi), विवाह पंचमी (Vivah Panchami) या श्रीराम विवाहोत्सव(Shriram Marriage Festival), चंपा षष्ठी(Champa Shashti), नंदा सप्तमी (Nanda Saptami) जैसे व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं. वैसे तो मार्गशीर्ष मास का प्रत्येक दिन भगवत वंदना के लिए उत्तम है क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) का प्रिय मास है. आइए जानते हैं कि दिसंबर 2021 के दूसरे सप्ताह के ये व्रत एवं त्योहार कब हैं, ताकि आप समय पूर्व इनके लिए तैयारियां कर सकें.
07 दिसंबर: दिन: मंगलवार- विनायक चतुर्थी व्रत
विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) के दिन भगवान गणेश जी की पूजा होती है और व्रत रखा जाता है. इस दिन दोपहर के समय में गणपति पूजा होती है. शाम के समय में भूलकर भी चंद्रमा का दर्शन नहीं किया जाता है क्योंकि ऐसा करने से मिथ्या आरोप लगते हैं. विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करना चाहिए, इससे वे प्रसन्न हैं. उनको मोदक भी प्रिय है, इसका भोग लगाएंगे, तो अच्छा रहेगा.
08 दिसंबर: दिन: बुधवार- नाग दिवाली, विवाह पंचमी या श्रीराम विवाहोत्सव
नाग दिवाली 2021: मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग दिवाली मनाई जाती है. इस दिन उत्तराखंड के चमोली जिले में नाग दिवाली मनाई जाती है. इस दिन नागों की पूजा का विधान है.
विवाह पंचमी 2021: भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को हुआ था. इस वजह से हर वर्ष इस तिथि को विवाह पंचमी या श्रीराम विवाहोत्सव मनाया जाता है. इस दिन अयोध्या और जनकपुर में विशेष तैयारियां होती हैं और राम जी की बारात निकाली जाती है.
09 दिसंबर: दिन: गुरुवार- बैंगन छठ या चंपा षष्ठी
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को चंपा षष्ठी का व्रत रखा जाता है. इस अवसर पर भगवान शिव और कार्तिकेय की पूजा की जाती है. आज के दिन शिव जी को बैंगन और बाजरा चढ़ाया जाता है, इसलिए इसे बैगन छठ भी कहते हैं.
10 दिसंबर: दिन: शुक्रवार- नंदा सप्तमी
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को नंदा सप्तमी मनाई जाती है. इस दिन उत्तराखंड में मां नंदा की पूजा की जाती है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. अग्निबाण इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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