1. एक चीज है ऐसी भैया, मुंह खोले बिन खाई जाए, बिन काटे और बिना चबाए, खानी पड़े रुलाई आए।
उत्तर. पिटाई
2. करती नहीं सफर दो गज, फिर भी दिन भर चलती है। रसवंती है, नाजुक भी मगर गुफा में रहती है।
उत्तर. ज़बान
3. आठ कलाएं उसकी होतीं, शीतल-चंचल, वर्ण धवल, रातों का राजा है वो, चाहे सरद हो चाहे गरम।
उत्तर. चंद्रमा
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