अहमदाबाद। देश में भले ही लॉकडाउन लगभग पूरी तरह समाप्ति की ओर है लेकिन कोरोना वायरस के संकटकाल में एक नियम में कोई बदलाव नहीं आया है और वो है घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने की पाबंदी। हालांकि पिछले कुछ दिनों में ऐसा देखने में आया है लोगों ने मास्क पहनने को लेकर ढिलाई बरतनी शुरू कर दी है। ऐसे में गुजरात से जो खबर आई है वो चौंका देगी और लोगों को मास्क को लेकर लापरवाही बरतने से बचने का संदेश देगी।
गुजरात सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों के उल्लंघन पर जुर्माना बढ़ा दिया है जिसके तहत मास्क गाइडलाइंस को न मानने वाले लोगों को 500 रुपये की जगह 1000 रुपये का फाइन देना होगा लेकिन इसका असर भी लोगों पर आता नहीं दिख रहा है। गुजरात में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के उल्लंघन के मामलों में 616 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा चुकी है।
राज्य सरकार ने 15 अगस्त को सोशल डिस्टेंसिंग न मानने वालों के लिए फाइन बढ़ाया था और उसी दिन अहमदाबाद में पुलिस ने 2.12 लाख रुपये फाइन के रूप में हासिल किए थे। इसके अलावा बीते रविवार को नया रिकॉर्ड बन गया जब पुलिस ने 15.20 लाख रुपये फाइन के तौर पर इकट्ठे किए क्योंकि 1520 लोगों ने नियमों का उल्लंघन किया और मास्क नहीं पहने।
सिटी कंट्रोल डीजीपी हर्षद पटेल ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लोगों को जब पकड़ा गया तो उन्होंने तरह-तरह के बहाने बनाए जैसे किसी ने कहा कि उन्हें मास्क में आराम नहीं मिलता, किसी ने दम घुटने की शिकायत की तो किसी ने कहा कि मास्क पहनने के बावजूद उन्हें संक्रमण हो गया था। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस सिर्फ अपने टार्गेट को पूरा करने के लिए लोगों पर भारी फाइन लगा रही है। गुजरात स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अहमदाबाद में 33,725 कोरोना संक्रमण के मामले आ चुके हैं और रविवार को 172 नए केस सामने आए। इसके अलावा यहां 1774 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved