नई दिल्ली। महान भारतीय ऐथलीट मिल्खा सिंह (Indian athlete Milkha Singh)का शुक्रवार देर रात चंडीगढ़ निधन(Death) हो गया। वह कोविड(corona) संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे। मिल्खा सिंह( Milkha Singh) की उम्र 91 साल थी। इस फर्राटा धावक को ‘फ्लाइंग सिख’ (Flying Sikh) कहा जाता था। बेशक, यह नाम उन्हें उनकी रफ्तार की वजह से मिला था लेकिन इसके पीछे का घटनाक्रम भी जानने योग्य है।
मिल्खा सिंह( Milkha Singh) को ‘फ्लाइंग सिख’ (Flying Sikh) कहा जाता था। यह तो सब जानते हैं लेकिन आखिर उन्हें यह नाम क्यों और कैसे मिला इसके पीछे की एक कहानी है। और यह कहानी जुड़ती है पाकिस्तान से।
1958 के कॉमनवेल्थ गेम्स में मिल्खा सिंह( Milkha Singh) ने गोल्ड मेडल जीता था। यह आजाद भारत का पहला गोल्ड मेडल था। हालांकि इसके बाद 1960 के रोम ओलिंपिक में मिल्खा सिंह( Milkha Singh) पदक से चूक गए थे। इस हार का उनके मन में गम था।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved