नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट में उम्मीद थी कि विराट कोहली अपनी कप्तानी में भारत को टेस्ट सीरीज जिताकर इतिहास रचेंगे. लेकिन, इस उम्मीद को तगड़ा झटका तब लगा जब टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ये उनके इस टेस्ट में नहीं खेलने की खबर आई. अब विराट के नहीं खेलने का सीधा फायदा केएल राहुल को हुआ, जिन्हें टेस्ट कप्तानी में डेब्यू करने का मौका मिल गया.
केएल राहुल भारत के 34वें टेस्ट कप्तान बने हैं.वहीं 13 साल बाद ऐसा हुआ है जब कर्नाटक के किसी प्लेयर को भारतीय टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई है. केएल राहुल टेस्ट कप्तान बनने वाले कर्नाटक के चौथे खिलाड़ी हैं. केएल राहुल से पहले 1980 में गुंडप्पा विश्वनाथ ने 2 टेस्ट, साल 2003 से 2007 के बीच राहुल द्रविड़ ने 25 टेस्ट और 2007-08 में अनिल कुंबले ने 14 टेस्ट में कप्तानी की.
भारत के लिए टेस्ट कप्तानी में डेब्यू कर केएल राहुल ने एमएस धोनी की भी बराबरी कर ली है. ये बराबरी सबसे कम फर्स्ट क्लास गेम्स में कप्तानी करने के बाद भारत के लिए टेस्ट कैप्टेंसी डेब्यू करने से जुड़ा है. टेस्ट में भारत की कमान संभालने से पहले राहुल ने भी धोनी की तरह सिर्फ 1 फर्स्ट क्लास मैच में कप्तानी की थी. इस मामले में रिकॉर्ड अजिंक्य रहाणे से जुड़ा है, जिनके पास फर्स्ट क्लास में कप्तानी का कोई रिकॉर्ड नहीं था और उन्होंने भारत के लिए टेस्ट कप्तानी में डेब्यू किया.
विराट कोहली की जगह जोहानिसबर्ग में टीम की कमान मिलने के बाद राहुल ने कहा कि, ” ये हर खिलाड़ी का सपना होता है और मुझे उम्मीद है कि मैं अपना बेस्ट दूंगा.
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