बेगूसराय। देश में कई बड़े-बड़े आंदोलन हुए, किसी आंदोलन में विदेशी ताकत का हाथ नहीं था लेकिन किसान आंदोलन के नाम पर किए जा रहे उपद्रव में विदेशी ताकत द्वारा उसकाया जा रहा है। अगर विदेशी ताकत नहीं है तो किसान आंदोलन में खालिस्तान जिंदाबाद का नारा क्यों। यह बातें केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और पशुपालन मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने शनिवार को बेगूसराय भाजपा कार्यालय में किसान मोर्चा द्वारा आयोजित स्वतंत्र किसान सशक्त किसान प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है। किसान हित में किए गए प्रावधान में व्यवधान पैदा किया जा रहा है। यह देश का आंतरिक मुद्दा है, लेकिन कनाडा और ब्रिटेन जैसा देश क्यों इंटरेस्ट ले रहा है। इस कानून से किसी किसान को नहीं, मंडी से जुड़े राजनीतिक दलों को तकलीफ है। क्योंकि मंडी में वसूल किया जाने वाला हजारों करोड़ का टैक्स राजनीतिक दल तक पहुंचता था। गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग किसी कानून का विरोध कर रहे हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि सदन में उनकी जुबान क्यों बंद थी। जब सभी मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री की बैठक हो रही थी तो उस समय कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ने विरोध क्यों नहीं किया।
देश को गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश की जा रही है। बौखलाहट में विपक्ष अपने स्तरहीन राजनीति को मुखरता से प्रदर्शित कर रहा है। किसान आंदोलन की आड़ में संपूर्ण राष्ट्र में अराजकता का माहौल पैदा किया जा रहा है। नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद अब किसानों को यूरिया के लिए मारा-मारी नहीं करनी पड़ रही है। अनाज उत्पादक ही नहीं, पशुपालक और मत्स्य पालक को भी किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जा रहा है, किसानों की ताकत को बढ़ाया जा रहा है। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के हित के लिए तत्पर है और किसान ही विरोधी को करारा तमाचा देंगे। कृषि कानून की की सच्चाई बताने के लिए भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव जाएंगे, बूथ स्तर पर बैठक कर किसानों को सच्चाई बताई जाएगी।
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