भोपाल। प्रदेश की सियासत में राजा और महाराज के बीच सियासी कड़वाहट अभी भी जारी है। शनिवार को दिग्विजय के गढ़ राघौगढ़ में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहली बार सार्वजनिक सभा की। सभा में सिंधिया ने दिग्विजय और उनके बेटे जयवर्धन सिंह का नाम लिए बिना निशाना साधा कि यहां एक ही परिवार का राज है। कुछ लोग अवसर में चुनौती ढूंढ़ते हैं। जवाब में दिग्विजय ने भी सिंधिया का नाम लिए बिना पलटवार करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि एक व्यक्ति गद्दारी करता है तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी करती है। दिग्विजय गुना जिले के मधुसूदनगढ़ में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राघौगढ़ में दिग्विजय समर्थक रहे हीरेन्द्र सिंह को भाजपा में शामिल कराया। इस दौरान सिंधिया ने कहा कि राघौगढ़ में नया सूर्योदय हुआ है। एक नई शुरूआत, सोच, विचारधारा, उमंग और एक नया पहरेदार हीरेंद्र सिंह मेरे साथ मंच पर खड़ा है। हीरेंद्र सिंह के साथ बड़ी संख्या में समर्थकों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। सिंधिया भोपाल होकर राघौगढ़, गुना और शिवपुरी पहुंचे थे। जगह-जगह उनका जोरदार स्वागत किया गया। शिवपुरी में सिंधिया का देर रात तक स्वागत होता रहा है। शहर में बड़ी संख्या में उनके स्वागत के लिए लोग सड़क पर उतरे थे। भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया का शिवपुरी में पहली बार ऐतिहासिक स्वागत हुआ है।
दिग्विजय ने फिर लगाए खरीद-फरोख्त के आरोप
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार तो बन गई थी। सिंधिया चले गए छोड़कर और 25-25 करोड़ रुपए ले गए एक-एक विधायक का। अरे, कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए, इसका मैं क्या करूं। किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है। तो भाई, सोच समझ के गद्दारी करना। दिग्विजय के इस बयान को सिंधिया की आमसभा के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को पहली बार दिग्विजय के गृहनगर राघोगढ़ में सार्वजनिक सभा की। इससे पहले वह केवल एक बार किले पर पहुंचे थे, जब जयवर्धन सिंह ने उन्हें भोजन पर बुलाया था। सिंधिया ने सभा में अपने भाषण के दौरान एक बार भी न तो दिग्विजय सिंह का नाम लिया और न ही जयवर्धन सिंह का। दिग्विजय के गढ़ में सिंधिया:ज्योतिरादित्य बोले- कुछ लोग अवसर में चुनौती ढूंढ़ते हैं
पंचायत चुनाव में आरक्षण पर उठाए सवाल
दिग्विजय सिंह राजगढ़ भी पहुंचे। यहां उन्होंने पंचायत चुनाव की आरक्षण व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने रोटेशन प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थी, वही फिर से है, जबकि रोटेशन पद्धति के अनुसार एक तिहाई सीटों पर महिलाओं के लिए आरक्षण में बदलाव किया जाना था। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में पूर्ण रूप से कानूनी तौर पर गलत किया गया है। कानून में महिलाओं का आरक्षण रोटेशन से होता है, जो नहीं हुआ। अब जो पंचायत महिला के लिए आरक्षित हो गई, वो महिलाओं के लिए इस बार भी रहेगी, जो कानूनी तौर पर गलत है।
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