प्योंगयांग। साउथ कोरिया (South Korea) और जापान (Japan) के साथ बढ़ते तनाव के बीच उत्तर कोरिया (North Korea) के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने बैलिस्टिक मिसाइलों (ballistic missiles) और एक बड़े परमाणु शस्त्रागार (nuclear arsenal) को विकसित करने का संकल्प लिया है. उत्तर कोरिया की मीडिया ने रविवार को बताया कि सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की एक बैठक में किम जोंग ने देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए जबरदस्त सैन्य शक्ति पर जोर दिया.
राष्ट्रपति किम जोंग उन की यह बैठक उत्तर कोरिया के ड्रोन द्वारा बीते सप्ताह की गई घुसपैठ और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को दागने के बाद सीमा पार तनाव के बीच हुई. किम ने अमेरिका और साउथ कोरिया पर प्योंगयांग को अलग-थलग करने और दबाव बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक न्यूज एजेंसी केसीएनए ने बताया कि किम जोंग ने देश की परमाणु शक्ति को मजबूत करने की योजना के तहत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को विकसित करने की शपथ ली. इस दौरान किम जोंग ने साउथ कोरिया को अपना शत्रु घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि निस्संदेह साउथ कोरिया हमारे लिए शत्रु बन चुका है।
हाल ही में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा था कि उनके देश का अंतिम लक्ष्य दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्ति हासिल करना है. उन्होंने उत्तर कोरिया की सबसे बड़ी बैलिस्टिक मिसाइल के हालिया लॉन्च में शामिल दर्जनों सैन्य अधिकारियों को बढ़ावा देते हुए ये बात कही थी. बता दें कि कोरियाई प्रायद्वीप पर सैन्य तनाव इस साल तेजी से बढ़ा है क्योंकि नॉर्थ कोरिया ने नवंबर में अब तक की सबसे उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल सहित कई हथियारों का परीक्षण किया था।
अक्टूबर से कई बार दाग चुका है मिसाइलें
बता दें कि बीते 30 दिसंबर को भी उत्तर कोरिया ने अपने उत्तर पूर्वी तट पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. यह इस साल उत्तर कोरिया द्वारा किए गए हथियारों के परीक्षण में से एक थी. नॉर्थ कोरिया की ओर से मिसाइल दागे जाने के बाद साउथ कोरिया की सेना अलर्ट हो गई है. अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान की चेतावनी को नजरअंदाज कर उत्तर कोरिया ने बीते अक्टूबर और नवंबर में भी दो बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं।
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