मुंबई । बाबा सिद्दीकी मर्डर केस(baba siddiqui murder case) में बड़ा खुलासा हुआ। इस खुलासे से लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi)पर हत्या के आरोप और मजबूत(Charged and strengthened) हो जाते हैं। पुलिस ने कहा है कि एनसीपी नेता की हत्या करने वाले संदिग्ध तीन शूटरों ने हत्या से पहले एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के जरिए जेल में बंद गैंगस्टर के कनाडा में रहने वाले चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई से बातचीत की थी। ऐसा संदेह है कि अनमोल ने उन्हें ऐप के जरिए सिद्दीकी और उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी की तस्वीरें भेजी थीं।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को कुछ ऐसी बातचीत के सबूत मिले हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बातचीत के बाद मैसेज और तस्वीर को डिलीट नहीं किया गया था। आपको बता दें कि दो संदिग्ध हत्यारे गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप हिरासत में हैं। तीसरा शिवकुमार गौतम, जिसे मुख्य शूटर माना जाता है वह फिलहाल फरार है। सात अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले, लॉरेंस बिश्नोई के एक संदिग्ध गुर्गे शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बाद में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया था।
एक अधिकारी ने कहा, “हमने इस केस के दो परतों की पहचान की है। शूटर और हथियार आपूर्ति करने वाले की पहटान हो गई। हम तीसरी परत के करीब पहुंच रहे हैं, जिसमें साजिशकर्ता और हत्या का ठेका जारी करने वाले लोग शामिल हो सकते हैं।” मुंबई पुलिस का कहना है कि उन्हें 13 सितंबर को गोलीबारी का अभ्यास करते हुए संदिग्ध हत्यारों की तस्वीरें भी मिली हैं।
गौरतलब है कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए दिग्गज राजनेता बाबा सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के निर्मल नगर इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोलीबारी उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुई थी। पुलिस ने अब तक गोलीबारी के सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप शामिल है।
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