- मूक बधिर बालिकाओं के यौन शोषण
- मामले में विवादित है अफसर
भोपाल। प्रदेश में सामाजिक न्याय विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव ने 2018 में भोपाल के बैरागढ़ में मूक बधिर बालिकाओं के साथ यौन शोषण के आरोपियों को संरक्षण देने के आरोपी अफसर मनोज तिवारी को राज्यपाल के पत्र और विभाग द्वारा तबादला करने के बाद भी नहीं हटाया। यौन शोषण के घटना के बाद आयुक्त नि:शक्तजन ने भी प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय विभाग को पत्र लिखकर संयुक्त संचालक मनोज तिवारी को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद भी विभाग के अफसरों ने तिवारी पर कोई कार्रवाई नहीं की।
जैसे ही यह मामला नए प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई के संज्ञान में आया, उन्होंने तत्काल तिवारी को रिलीव करने की फाइल मंत्री के पास भेज दिया है। राज्य शासन ने तत्कालीन प्रमुख सचिव प्रतीक हजेला को पिछली महीने असम-मेघालय कैडर के लिए तत्काल रिलीव कर दिया था। इसके बाद फैज अहमद किदवई को विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। किदवई की भारत सरकार में पोस्टिंग हो गई है। वे भी अगले हफ्ते रिलीव होने वाले हैं। प्रमुख सचिव किदवई ने बताया कि मनोज तिवारी की फाइल को मंत्री के पास भेज दिया है। मंत्री प्रेम सिंह पटेल के कार्यालय से बताया कि तिवारी को रिलीव करने के लिए मंत्री पहले ही निर्देश दे चुे थे, लेकिन पूर्व प्रमुख सचिव हजेला ने रिलीव नहीं किया था।