इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित चंदन नगर में महज 2500 रुपये की किस्त के लिए रिकवरी एजेंटों ने वाहन समेत 12वीं के दो छात्रों का अपहरण कर लिया। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी नौकरी के पहले दिन वसूली के लिए निकले थे और इसी दौरान अपने वाहन में सवार तीन छात्रों के पास पहुंचे और उन पर हमला कर दिया। फिर उन्होंने कथित तौर पर उन्हें अपने साथ एक अज्ञात स्थान पर ले जाने के लिए मजबूर किया।
पुलिस ने बताया कि इस दौरान एक युवक भागने में सफल रहा, जबकि दो अन्य का अपहरण कर लिया गया। गाड़ी में बैठने के बाद जब दोनों छात्रों को कुछ समझ में नहीं आया तो चिल्लाने लगे और कुछ देर बाद उन्होंने भी किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाई। बाद में जब खुलासा हुआ कि जो गाड़ी जब्त की जा रही थी, उस पर कंपनी का कोई बकाया था ही नहीं। वह तो निजी बैंक से फाइनेंस पर थी।
युवकों की तहरीर पर तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं गिरफ्तार होने के बाद, आरोपियों ने कहा कि पंजीकरण संख्या गलत पढ़ने की वजह से यह हुआ और वे सिर्फ तीनों छात्रों से जानकारी चाह रहे थे। आरोपियों ने किसी भी तरह के अपहरण से इनकार किया है।
पुलिस ने बताया कि गाड़ी मालिक का भांजा निखिल सोनी अपने दो दोस्तों के साथ पोहा खाने चंदननगर गया था। यहां एक फाइनेंस कंपनी के तीन कर्मचारी आए और तीनों दोस्तों (निखिल सोनी, राम ठाकुर और अजान खान) को पकड़ लिया। इस दौरान तीनों को जबरन गाड़ी पर बैठाया और ले जाने लगे। इस दौरान राम ठाकुर वहां से भागने में सफल हो गया, जबकि आरोपी निखिल और अजान खान को गाड़ी पर बैठाकर ले गए, हालांकि चंदन नगर में ही स्पीड ब्रेकर पर गाड़ी धीरे होते ही ये दोनों भी भागने में सफल हो गए।
छात्रों ने कहा- आरोपियों ने मारपीट भी की
छात्रों ने बताया कि वे सभी पोहा खाकर एक्टिवा से चंदन नगर इलाके से घर जा रहे थे, तभी एक अस्पताल के पास फाइनेंस कंपनी के तीन रिकवरी एजेंटों ने तीनों को रोका। फिर उन्हें एक्टिवा से उतारा और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।
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