कोरोना काल (Corona period) में लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) के खत्म होने के बाद इस सहालग (लगन) में तेजी के साथ विवाह (Marriage) हुए। हालांकि 16 दिसंबर से खरमास (Kharmas) शुरू होने के साथ ही एक माह के लिए शादी-ब्याह (Marriage) समेत मांगलिक कार्यों (Manglik functions) पर रोक लग जाएगी। इस साल 13 दिसंबर को शादियों (Weddings) का आखिरी मुहूर्त था। 14 और 15 दिसंबर को शादियों के कोई मुहूर्त नहीं हैं।
ज्योतिषार्यों (Astrologers) ने बताया कि हिंदू पंचांग (Panchang) के अनुसार 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है। खरमास को मलमास भी कहा गया है। कहते हैं खरमास में सारे मांगलिक और धार्मिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में खरमास समाप्त होने तक भगवान शिव (Lord Shiva) की आराधना लोगों के लिए फलदायक होती है। खरमास का यह समय एक माह तक रहेगा। अब इस माह विवाह के सिर्फ दो शुभ मुहूर्त विद्यमान हैं। इसके बाद अगले साल, यानी जनवरी 2022 में मकर संक्रांति के बाद ही मांगलिक कार्यों (Manglik functions) की शुरुआत हो पाएगी। ज्योतिषियों (Astrologers) के अनुसार सूर्य का धनु राशि में प्रवेश 16 दिसंबर को होगा। धनु की संक्रांति होने के कारण विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन संस्कार सहित बड़े मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। जब सूर्य धनु राशि और मीन राशि में रहता है तो वह खरमास कहलाता है। खरमास में मांगलिक कार्य वर्जित रहते हैं। इसलिए 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2022 मकर संक्रांति तक मांगलिक कार्यों पर विराम लगा रहेगा।
मार्च में नहीं होंगे विवाह
ज्योतिषियों (Astrologers) ने बताया कि अगले साल 15 जनवरी से विवाह (Marriage) कार्यों की शुरुआत होगी। इसके बाद 23 फरवरी तक विवाह (Marriage) के योग रहेंगे, लेकिन 23 फरवरी के बाद गुरु अस्त होने के कारण विवाह (Marriage) कार्यों पर विराम लगेगा। इसी प्रकार मार्च में गुरु अस्त और 15 मार्च से 15 अप्रैल तक खरमास होने के कारण भी विवाह नहीं होंगे। 15 अप्रैल के बाद विवाह (Marriage) कार्यों की शुरुआत होगी।
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