मुख्यमंत्री आज करेंगे भूमिपूजन, सांवेर में और भी सौगात देंगे
इन्दौर। सांवेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से सिंचाई के लिये किसानों को बड़ी सुविधा होगी। कृषि उत्पादन बढ़ेगा। यह क्षेत्र के लिये बड़ी सौगात होगी। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना को पूरा करने में लगभग 2400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे सांवेर क्षेत्र के लगभग 178 गांवों की एक लाख 58 हजार 147 एकड़ जमीन के लिये सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इस योजना से कम जल में किसान को अधिक सिंचाई का लाभ मिलेगा। साथ ही खरगोन के बड़वाह एवं उज्जैन को भी इसका फायदा मिलेगा।
आज दोपहर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बहुप्रतीक्षित योजना का भूमिपूजन करने जा रहे हैं। इस योजना को 4 अगस्त को कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। मंत्री सिलावट ने बताया कि योजना में नर्मदा का जल उद्वहन कर इंदौर जिले की तहसील सांवेर एवं इंदौर, खरगोन जिले की तहसील बड़वाह एवं उज्जैन जिले की तहसील उज्जैन की कुल 80 हजार हेक्टेयर (एक लाख 97 हजार 684 एकड़) भूमि में सिंचाई किया जाना है। योजना अंतर्गत कुल 31 क्यूमैक्स (2678.40 एमएलडी) जल ओंकारेश्वर जलाशय से उद्वहन किया जाना प्रस्तावित है, जिससे क्षेत्र में पेयजल एवं तालाब भराव, औद्योगिक कार्य हेतु एवं माइक्रो सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना प्रावधानित है। इस योजना में ओंकारेश्वर बांध से खरगोन जिले की तहसील बड़वाह के ग्राम कडिय़ाकुण्ड के समीप से उद्वहन करना प्रस्तावित है, जिस हेतु कुल 352.512 एमसीएम (0.285 एमएएफ) जल की आवश्यकता होगी। इस योजना से ओंकारेश्वर जलाशय से राइजिंग मेन की 77 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन द्वारा जल उद्वहन कर बड़वाह तहसील के ग्राम कालापाठा के समीप एवं इंदौर तहसील के ग्राम सनावदिया, रामगढ़ एवं सिवनी के समीप डिस्ट्रीब्यूट चैम्बर द्वारा चार स्टेज पर पंपिंग स्टेशनों द्वारा 3.075 मीटर व्यास की एमएस पाइप 2 रो राइजिंग मेन के द्वारा किया जाना है। उन्होंने कहा कि ये सिंचाई योजनाएं माइक्रो सिंचाई पर आधारित हैं।
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