इंदौर। 10वीं-12वीं परीक्षा (10th-12th exam) मेें फेल हुए छात्रों (failed students) के लिए रुक जाना नहीं योजना के अंतर्गत हो रही परीक्षाओं में किसी और की जगह फर्जी (bogus) तरीके से परीक्षा देने वाले दो मुन्नाभाइयों (Munnabhai) को परीक्षा केंद्र में परीक्षा देते हुए पकड़ा और पुलिस को सौंपा। पकड़ाए आरोपी व छात्रा को एक शिक्षिका (teacher) ने परीक्षा देने के लिए भेजा था। शिक्षिका के पति को भी मामले में आरोपी बनाया गया।
मल्हारगंज पुलिस ने बताया कि शारदा कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में कल परीक्षा केंद्र बनाया गया। 10वीं का अंग्रेजी का पेपर देने आई एक छात्रा और छात्र पर पर्यवेक्षकों को शंका हुई तो दोनों के मास्क हटवाए गए। साइन का मिलान भी किया गया, जिसके बाद पुष्टि हुई कि परीक्षा देने आए दोनों छात्र-छात्रा फर्जी हंै। दोनों फर्जी छात्रों को मल्हारगंज पुलिस को सौंपा गया। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि तंजीम नगर की रहने वाली शिक्षिका जैनब ने ही दो असली छात्रों की जगह नकली छात्रों को परीक्षा देने की ट्रेनिंग देकर परीक्षा दिलवाने भेजा है। वह एनी बेसेंट स्कूल में उन छात्रों की शिक्षिका रह चुकी है, जो इस बार 10वीं में फेल हुए थे और उनकी जगह दूसरों को तैयार कर परीक्षा देने भेजा गया। फर्जी छात्रों को परीक्षा दिलवाने के लिए परीक्षा केंद्र तक लाने वाले जैनब के पति मुस्तफा और जुनैद खान पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही परीक्षा देने पहुंचा फर्जी छात्र भी आरोपी बना है। हालांकि दोनों ही नाबालिग है।
शिक्षा मा्िरफयाओं का बड़ा गिरोह…
सूत्रों के हवाले से खबर है कि फर्जी मार्कशीट बनाने, 10वीं-12वीं के छात्रों को नकल कराने वाले परीक्षा केंद्र दिलवाने सहित कई फर्जी काम करने वाला शिक्षा माफियाओं का एक गिरोह इंदौर में सक्रिय है, जो पैसों के दम पर शिक्षा का मजाक बनाते हुए छात्रों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस गिरोह तक पुलिस को पहुंचना चाहिए।