- मेरे हिस्से में आती थी हर फर्जी डिग्री की कुल दस प्रतिशत रकम
- हैदराबाद पुलिस कर सकती है भोपाल से और भी गिरफ्तारी
भोपाल। हैदराबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई में धरे गए भोपाल के आरकेडीएफ कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह ने बड़े खुलासे किए हैं। सूत्रों की माने तो आरोपी ने स्वयं को गिरोह का एक साधारण मोहरा बताया है। उसने पुलिस से कहा कि हर फर्जी डिग्री बेचने पर उसे कुल रकम का दस प्रतिशत हिस्से के तौर पर मिलता था। आरकेडीएफ का शीर्ष नेत्रित्व इस पूरे गौरख धंधे में शामिल है। सभी की जानकारी और सहमती के बाद ही हर एक डिग्री तैयार की जाती थी। वहीं हैदराबाद पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। केतन के आरोपी की तजदीक कराई जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। उल्लेखीनय है कि पुलिस ने इस धंधे में शामिल कुल 10 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है।
हैदराबाद पुलिस सिटी कमिश्नर सीवी आनंद ने जानकारी दी है कि धंधे में शामिल लोग उन छात्रों को टार्गेट करते थे, जो फेल हो चुके होते थे या जो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं करते थे। कमिश्नर ने बताया है कि पुलिस ने इन लोगों से बड़ी संख्या में फ र्जी सर्टिफि केट और अन्य सामान बरामद किए हैं। उनके अनुसार सूत्रों से मिली पुष्ट सूचना के आधार पर यह कार्रवाई कमिश्नर की टास्क फ ोर्स, नॉर्थ जोन टीम ने भोपाल पुलिस के साथ मिलकर की है। पुलिस टीम ने आसिफ नगर पुलिस थाना क्षेत्र के मेहदीपटनम में छापा मारा। पुलिस के अनुसार ये लोग मेहदीपटनम में प्राइड एजुकेशनल एकेडमी के नाम से कंसल्टेंसी फ र्म चला रहे थे। छापेमारी में इनके पास से कई फ र्जी डिग्री सर्टिफि केट बरामद किए गए हैं। इन लोगों ने फ र्जी डिग्री सर्टिफि केट के लिए रेट लिस्ट भी बना रखी थी। फ र्जी बीटेक डिग्री सर्टिफि केट के लिए ये छात्रों से 3 लाख रुपये वसूलते थे। वहीं बीकॉम और बीए के लिए 1.5 लाख रुपये लिए जाते थे। बीएससी के लिए ये 1.75 लाख रुपये लेते थे. एमबीए के लिए 2.75 लाख रुपये वसूले जाते थे। पुलिस ने जानकारी दी है कि आरोपी गुंटी महेशवर राव यह फ र्जी फ र्म चला रहा था। इसका जुड़ाव भोपाल की सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी, सागर की स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी और यूपी के सहारनपुर की ग्लोकल यूनिवर्सिटी से था। आरोपी इन्हीं यूनिवर्सिटी से फ र्जी डिग्री सर्टिफि केट बनवाकर छात्रों को देते थे। बताया गया है कि दो आरोपियों गुंटी महेशवर राव और अंचा श्रीकांत रेड्डी ने भोपाल की सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह के साथ मिलकर सभी शैक्षणिक संस्थानों के साथ लिंक बनाए थे। केतन का मोबाइल खोलेगा राज़
सूत्रों का दावा है कि हैदराबाद पुलिस ने आरोपी केतन का मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किया है। केतन के वाट्सऐप और टैक्सट मैसेज में आरकेडीएफ के कई बड़े अधिकारियों और कर्मचारियों से चैटिंग मिली हैं। कुछ चैटिंग संदिग्ध हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है। वहीं लैपटॉप में छात्रों का बड़ा डाटा है, इसी के साथ कई कंसुलटेंसी वालों रिकार्ड भी मौजूद है, जो एडमिशन के लिए दलाली करने से लेकर फर्जी डिग्री बनवाने तक केतन के संपर्क में रहते थे। केतन यूनीवर्सिटी के अधिकारियों और फर्जी डिग्री के ग्राहक लाने वालों के बीच एक कड़ी था।