जयपुर । केरल और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से पीड़ित मरीज मिलने के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने इन दोनों प्रदेशों से राजस्थान आने वाले लोगों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है। इन दोनों प्रदेशों से राजस्थान आने वाले लोगों को नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही राजस्थान सीमा में प्रवेश दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में नए स्ट्रेन पर सबसे ज्यादा चिंता व्यक्त की गई। इसके बाद यह फैसला किया गया। इस फैसले के बाद एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर जांच रिपोर्ट देखी जाएगी। इसे लेकर जल्द ही एसओपी जारी की जाएगी। राजस्थान से पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने पांच राज्यों से आने वाले लोगों पर इसी तरह की पाबंदी लगाई है। इसमें महाराष्ट्र और केरल के अलावा पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
राजस्थान में फरवरी में कोरोना के केसों में गिरावट आई है। पिछले 24 दिनों में राज्य में 2214 नए केस मिले हैं, जबकि 19 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है। राजस्थान में फरवरी में औसतन प्रतिदिन 92 नए केस मिले हैं। इससे पहले जनवरी में कुल 8600 से ज्यादा केस सामने आए थे, जबकि 66 लोगों की इस बीमारी से जान गई थी। दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश की जनता को अलर्ट किया था।
गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में कोरोना के यूके स्ट्रेन के अलावा दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील से आए नए स्ट्रेन भी मिले हैं। पिछले साल इसी समय पर देश में कोरोना के मामले बढ़ना शुरू हुए थे। यह वक्त बेहद सावधानी रखने का है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें एवं कोई भी लक्षण दिखने पर खुद को आइसोलेट कर अपना कोविड टेस्ट करवाएं। थोड़ी सी लापरवाही सभी के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
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