वायनाड। केरल (Kerala) के वायनाड (Wayanad) जिले में भूस्खलन (landslide) के कारण जानमाल का बड़ा नुकसान (Big loss) होने की आशंका है। मेप्पाडी के पास अलग-अलग पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के भूस्खलन के बाद 8 की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग फंस (Hundreds feared trapped) गए। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने बताया कि प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) के लिए कई दलों को भेजा गया है। प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी वर्षा के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। जिला अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित परिवारों को अलग-अलग शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
इन इलाकों में सबसे अधिक नुकसाान, पीड़ितों को एयरलिफ्ट करने की योजना
जिले के अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्य में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) विधायक टी सिद्दीकी ने सोशल मीडिय पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, वायनाड जिला अधिकारी मुंडक्कई इलाके से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिनका संपर्क कट गया है
भारी बारिश के बाद भूस्खलन
मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बताया कि सभी सरकारी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में एकजुट होकर नागरिकों की मदद कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन फोन नंबर 9656938689, 8086010833 जारी किए हैं। इसके अलावा, वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच सुबह साढ़े सात बजे सुलूर से उड़ान भरेंगे।
राहत और बचाव कार्यों में NDRF से भी मदद
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को वायनाड और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भी वायनाड भेजी गई है। केएसडीएमए ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर मंगलवार तड़के भूस्खलन की जानकारी दी। इस पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है।
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