नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गुरुवार यानी 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद से आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं मे आक्रोश का माहौल है. केजरीवाल के गिरफ्तारी के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कभी हम दोनों शराब जैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ साथ खड़े थे और आज वो खुद शराब बना रहा था. अरविंद ने मेरी कभी बात नहीं मानी और मुझे इस बात का दुख है.
अन्ना हजारे ने कहा कि मैंने कई बार केजरीवाल को शराब नीति बंद करने के लिए पत्र लिखा था, मेरा शराब नीति पर पत्र लिखने का मकसद अन्याय को खत्म करना था. शराब की वजह से लोगों की हत्याओं के मामले बढ़ते हैं, महिलाओं पर अत्याचार होता है, इसकी वजह से मैंने शराब नीति को बंद करने की बात की थी, लेकिन अरविंद के दिमाग में मेरी बात नहीं आई और उन्होंने शराब नीति शुरू कर दी. आखिरकार उसी शराब नीति की वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके आगे उन्होंने कहा कि अब अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार इस बात पर ध्यान देगी की जिन्होंने गलती की है उन्हें सजा मिलनी चाहिए.
साल 2022 से शुरू हुई जांच
साल 2021 के नवंबर महीने में दिल्ली सरकार ने शराब नीति का ऐलान किया था, इस नीति के अन्तर्गत दिल्ली में 21 जोन बने और प्रत्येक जोन में 27 दुकान खोले जाने की योजना थी, लेकिन जल्द ही इस नीति का विरोध शुरू हो गया. जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव ने इस नई नीति के खिलाफ अनियमितता की जानकारी दी, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हो गई और सितंबर साल 2022 से इस मामले में गिरफ्तारी होने लगी.
अब तक 16 नेता गिरफ्तार
सीबीआई ने सितंबर 2022 में आम आदमी पार्टी के संचार प्रमुख और शराब नीति के विजय नायर को गिरफ्तार किया. नायर केजरीवाल के बेहद करीबी बताए जाते हैं. इसके बाद से अब तक कुल 16 नेताओं को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. केजरीवाल से पहले इस मामले में दिल्ली के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं.
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