नई दिल्ली। भाजपा सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल की सरकार के मंत्री गोपाल राय ने गांवों में पंचायत बैठक के दौरान किसानों को आश्वस्त किया था कि चुनाव के बाद केजरीवाल सरकार उनकी फसलों के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा मूल्य देगी। किसके विज्ञापनों पर सरकार ने करोड़ों खर्च कर दिए, लेकिन आज तक एक भी रुपये की फसल नहीं खरीदी गई। वहीं नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं।
सांसद वर्मा ने कहा कि राज्य के मुखिया अरविंद केजीरवाल के पास अब इतनी हिम्मत नहीं है कि अब वे ग्रामीण इलाकों में जाकर किसानों और वहां पर रह रहे लोगों का हाल-चाल जानें। इसलिए राज्य के मुखिया अपने मंत्रियों को इन इलाकों में भेजते हैं। वर्मा ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि आज दिल्ली के मंत्री जिन्हें दिल्ली के गांव के नाम नहीं पता, रास्ते नहीं पता, वह प्रेस वार्ता करके गांव की बात करते हैं। सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि दिल्ली में कोई कृषि मंत्री नहीं है। 6 सालों में अब केजरीवाल सरकार को यह याद आया है कि दिल्ली के किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को किसानों के मुद्दे पर मीडिया प्लेटफॉर्म या किसी गांव में चर्चा करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि घोषणा के संदर्भ में कई बार किसान संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखा उनसे मिलने की कोशिश, लेकिन मुख्यमंत्री मिलने को तैयार नहीं हुए। सिंह ने कहा कि किसानों के हितैषी बनने का दिखावा करने वाली केजरीवाल सरकार की नीतियां किसान विरोधी है। (एजेंसी, हि.स.)
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