नई दिल्ली। शास्त्रों में शनि देव(Shani Dev ) को कर्मफल दाता और न्याय के देवता का रूप दिया गया है. व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार ही उन्हें शनि देव फल देते हैं. अगर शनि देव किसी व्यक्ति पर मेहरबान होते हैं, तो उसे रंक से राजा बना देते हैं. वहीं, शनि की कुदृष्टि व्यक्ति को सड़क पर लाने में भी देर नहीं लगाती. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार कई बार व्यक्ति को शनि देव की पूजा करने के बाद भी फलों की प्राप्ति नहीं होती. ऐसे में पूजा के दौरान की गई कुछ गलतियां (mistakes) होती है. आइए जानें शनिदेव की पूजा (Worship) के समय किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए.
न मिलाएं आंखों से आंखें
ज्यादातर देखा जाता है कि लोग जब पूजा करते हैं तो भगवान की आंखों में देखकर उनसे कामना करते हैं. लेकिन शनिदेव की आंखों में देखकर भूलकर भी कामना न करें. माना जाता है कि जब शनि की दृष्टि पड़ती है, तो व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का अंबार लग जाता है. इसलिए शनि देव की पूजा हमेशा पलके झुकाकर करें.
तांबे के बर्तन न करें इस्तेमाल
देवी-देवताओं की पूजा के लिए तांबे के बर्तनों को सबसे शुभ माना जाता है. लेकिन शनि देव की पूजा करते समय भूलकर भी तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल न करें. कहते हैं कि तांबे का संबंध सूर्य देव से होता है. और शनि सूर्य देव के पुत्र हैं. दोनों के बीच शत्रुता का भाव है. इसलिए शनिदेव के लिए लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल करना ही उत्तम रहता है.
शनि देव के सामने न रखें जला हुआ दीपक
पूजा के दौरान सभी देवी-देवताओं के सामने दीपक जलाया जाता है. लेकिन शनि देव के सामने दीपक जला कर रखने की मनाही है. मान्यता है कि शनिदेव की मूर्ति के सामने दीपक जला कर रखने की बजाए पीपल के पेड़ के नीचे रख दें. ऐसा करने से शनिदेव जल्दी प्रसन्न होते हैं.
कपड़ों का रखें विशेष ध्यान
मान्यता है कि शनि देव की पूजा करते समय व्यक्ति को काले और नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति है. इसके साथ ही शनि देव की पूजा के दौरान लाल रंग के वस्त्र भूलकर भी न पहनें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)
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