नई दिल्ली। हमारे फेफड़े, सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं और जोखिम के मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बढ़ता प्रदूषण (Pollution) और ग्लोबल वार्मिंग भी इस स्वास्थ्य खतरे को बढ़ा रहे हैं। अपना सर्वश्रेष्ठ महसूस करने के लिए अपने फेफड़ों को हेल्दी रखना जरूरी है। फिर भी सिगरेट के धुएं और पर्यावरण के विषाक्त पदार्थों(toxins) के संपर्क में आने के साथ-साथ एक अनहेल्दी डाइट खाने सहित सामान्य कारक शरीर के इन महत्वपूर्ण अंगों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। यहां कुछ फूड्स (Foods) के बारे में बताया गया है कि जो आपके फूड्स में होने वाले इंफेक्शन को रोकने में मदद कर सकते हैं।
सर्दियों में लंग इंफेक्शन को दूर रखने के लिए फूड्स
फेफड़े (Lungs) की सफाई की तकनीक धूम्रपान करने वाले लोगों, वायु प्रदूषण के नियमित संपर्क में आने वाले लोगों और अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (chronic obstructive pulmonary disease) और सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी श्वसन प्रणाली को प्रभावित करने वाली पुरानी स्थितियों वाले लोगों को लाभ पहुंचा सकती है।
1. लहसुन:
इसमें कीमोप्रिवेंटिव एजेंट होता है जो फेफड़ों के कैंसर (lung cancer) पर सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह अपने इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों (antioxidant properties) के माध्यम से विषाक्त पदार्थों को समाप्त करता है। अस्थमा के रोगियों और ब्रोंकाइटिस से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है।
2. हल्दी:
इसमें कर्क्यूमिन होता है, जो वायुमार्ग की सूजन और सीने में जकड़न से राहत देता है। यह एक प्राकृतिक एंटी-सेप्टिक है जो फेफड़ों के कार्य में सुधार करता है।
3. अदरक:
यह विकसित बलगम (Mucus) को तोड़ने में मदद करता है और इसे सिस्टम से बाहर निकाल देता है। इसके अलावा, गले में खराश के लिए एक शांत प्रभाव देता है।
4. पंपकिन:
इसमें ‘कैरोटीनॉयड’ होता है जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
5. खट्टे फल:
नींबू और संतरा (lemon and orange) विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट के मूल स्रोत हैं जो इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में कार्य करते हैं।
6. प्याज:
सूक्ष्म पोषक तत्वों और विटामिनों के साथ प्याज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। प्याज संक्रमण से लड़ते में मददगार है। सर्दी, इन्फ्लूएंजा और ब्रोंकाइटिस के लिए एक हर्बल उपचार में काम आता है।
7. टमाटर:
ये ‘लाइकोपीन’ का सबसे समृद्ध स्रोत है एक कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सीडेंट जो हेल्दी लंग्स को बढ़ावा देता है।
8. ग्रीन टी:
इसमें ‘एपिगैलोकैटेचिन गैलेट’ होता है जो सूजन को कम करता है, पुरानी बीमारियों को रोकता है और वजन घटाने में मदद करता है।
9. जैतून का तेल:
एंटीऑक्सिडेंट के रूप में पॉलीफेनोल्स और विटामिन ई की उपस्थिति अस्थमा के जोखिम को कम करती है।
10. कस्तूरी:
इसमें कॉपर, बी विटामिन, जिंक और सेलेनियम की भरपूर पावर है। ये सभी स्वस्थ फेफड़ों के लिए जरूरी हैं। जो लोग नियमित रूप से धूम्रपान करते हैं उनके लिए सीप पोषण का एक अच्छा स्रोत है, क्योंकि यह आदत शरीर से विटामिन बी12 को समाप्त कर देती है।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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