नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand) में मौसम पहले से बेहतर होने के बाद एक बार फिर केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के पैदल मार्ग (walkway) को श्रद्धालुओं (opened for devotees) के लिए खोल दिया गया है. अधिकारियों के अनुसार, पैदल मार्ग सोमवार को तीर्थयात्रियों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से फिर से खोल दिया गया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक 31 जुलाई की रात को उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हुई भारी बारिश में व्यापक क्षति के बाद गौरीकुंड से केदारनाथ तक का मार्ग पिछले 26 दिनों से बंद था. 19 किलोमीटर का यह मार्ग 29 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था और मलबे के कारण सड़क अवरुद्ध हो थी।
रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि मार्ग अब घोड़ों और खच्चरों के लिए भी पूरी तरह से फिर से खोल दिया गया है, जिनका उपयोग तीर्थयात्रियों को मंदिर तक ले जाने के लिए किया जाता है।
केदारनाथ से 9 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं का रेस्क्यू
उन्होंने कहा कि मार्ग के माध्यम से घोड़ों और खच्चरों पर राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी फिर से शुरू हो गई है. मार्ग पर बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण हजारों लोग फंसे हुए थे, जिसके कारण प्रशासन को निजी हेलिकॉप्टरों के अलावा भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टरों की मदद से बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू करना पड़ा था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी में सप्ताह भर चले बचाव अभियान के दौरान तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों सहित 11,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया था।
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