श्रीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Central Home Minister Amit Shah) ने कहा, हमारी सरकार चाहती है कि कश्मीरी युवा (Kashmiri youth) पत्थर (Stones)की बजाए पुस्तक उठाएं (Pick up books), हथियार (Weapons) के बजाए साधन उठाएं (Pick up tools) ।
उन्होंने कहा फारुख साहब ने भारत सरकार को पाकिस्तान से बात करने की सलाह दी। मैं घाटी के युवाओं से बात करना चाहता हूं। मैंने घाटी के युवाओं के सामने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। घाटी, जम्मू और नए बने लद्दाख का विकास पाक़ीज़ा मकसद से उठाया गया है कदम है।
जो शांति में खलल पहुंचाते थे, उनका मकसद क्या है? यहां उद्योग न लगे, पर्यटन न बढ़े, यहां का युवा बेरोज़गार रहे और बेरोज़गार होकर हाथ में पत्थर उठाता रहे। हम चाहते हैं कि वह पत्थर की बजाए पुस्तक उठाए, हथियार के बजाए कलपुर्जे जोड़ने के साधन उठाए और अपने जीवन को बढ़ाए।
उन्होंने कहा, जम्मू और नवगठित लद्दाख का विकास एक शुद्ध मकसद से हाथ में लिया गया है। वे आज पुलवामा में शहिदों को श्रध्दांजलि देने भी जाएंगे।
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