नई दिल्ली। अगर आप स्टील फ्रेम कही जाने वाली भारत की नौकरशाही यानी सिविल सेवा के अधिकारियों की बात करें, तो पता चलेगा कि किस तरह ये अपनी ड्यूटी करने के साथ ही कोरोना वायरस से आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए अपने तरीके से ही काम में लगे हुए हैं। अप्रैल 2020 में बना करुणा (CARUNA) एक समर्पित अधिकारियों का समूह है जो अपनी ड्यूटी करने के साथ ही आपस में सहयोग जारी रखता है, ताकि राहत पहुंचाने के रास्ते में आने वाली तमाम अड़चनों को चुटकी में दूर कर उसे सुनिश्चित किया जा सके।
CARUNA यानी ‘सिविल सर्विसेज एसोसिएशन रीच टू सपोर्ट इन नेचुरल डिजास्टर्स’ की कहानी बड़ी अनूठी है। इसमें 32 ऑल इंडिया सर्विसेज के अधिकारी पीएम मोदी के आह्वान पर अपनी शेल यानी खोल से बाहर आकर कोरोना से त्रस्त जनता की सेवा में लग गए हैं। देश भर में इनका नेटवर्क है और उसी के जरिये वो देश के हर कोने में मदद पहुंचाने का शूम भी रखते हैं।
प्लाज्मा जिसकी कमी को लेकर बार-बार चर्चा चल रही थी उसके लिए करुणा ने दिल्ली के ILBS (institute of liver & biliary sciences) से समझौता किया है। करुणा ने उन्हें अपने तमाम सदस्यों के माध्यम से प्लाज्मा दान करने की प्रक्रिया शुरू की है। करुणा ने अपने सदस्यों कहा है कि अगर जन्हें कोरोना (Corona) से उबरे हुए 14 दिन हो गए हों, दिल्ली में हैं और प्लाज्मा दान करना चाहते हैं तो आगे आएं। करुणा की वेबसाइट बता रही है कि जिसका वजन 55 किलो से कम या फिर अंडर वेट हो, जिसे डायबिटीज हो, गर्भवती महिला, उच्च रक्तचाप, फेफड़े, किडनी या दिल की बीमारी हो वो प्लाज्मा दान नहीं कर सकते।
करुणा ने E-Sehat के नाम से एक मुफ्त टेली कांफ्रेंस की सुविधा शुरू की है। इससे लोगों को मुफ्त डॉक्टरी सलाह दी जा रही है। इस पोर्टल में क्लिक करने पर ये आपसे सारी जानकारी लेगा और एक डॉक्टर आपसे संपर्क मे आएगा। करुणा ने सेंट्रल पोस्टल लेडीज ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिल कर एक हंगर हेल्पलाइन भी शुरू की है। इसका नंबर है 703123404 जिस पर डायल कर आप मदद ले सकते हैं चाहे आप देश के किसी भी कोने में हों। इसके साथ ही कोरोना से उबरने के बाद मानसिक परेशानी से गुजर रहे लोगों की सहायता के लिए टेली काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है। करुणा के पोर्टल पर कई काउंसलर के नंबर भी हैं जिनसे संपर्क साधा जा सकता है ।
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