बैतूल। धार्मिक आस्था का पर्व कार्तिक पूर्णिमा (Festival of Religious Faith Kartik Purnima) और गुरूनायक देव की जयंती (Guru Nayak Dev’s birth anniversary) का आयोजन आज धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा जहां जिले भर की पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाई जाएगी। वहीं गुरूद्वारे में कीर्तन के साथ-साथ अटूट लंगर का आयोजन भी किया गया। दोनों ही पर्व जिले भर में आस्था-श्रद्धा एवं उत्साह सहित धूमधाम से साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर पुण्य सलीला सूर्यपुत्री माँ के तटों पर मेलों का आयोजन होगा या नहीं फिलहाल इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन का कहना है कि भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान लगाए गए सभी प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी गई है लेकिन जिले में ऐसे कोई भी आदेश अभी तक नहीं आए हैं। आदेश के अनुसार पालन किया जाएगा।
जिले भर में होंगे धार्मिक आयोजन
कार्तिक पूर्णिमा और गुरूनानक देव जी की जयंती को लेकर शुक्रवार को जिले भर में दिन भर धार्मिक आयोजनों की धूम मची रहेगी। गुरूद्वारे में जहां कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। वहीं लोग घरों-घर भी धार्मिक पूजन अर्चन करेंगे। इसके साथ ही पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाई दान आदि करेंगे। कुल मिलाकर दिन भर धार्मिक आयोजनों की धूम मची रहेगी।
माचना नदी में होगा दीपदान
जीवनदायनी माँ माचना नदी की जयंती भी आज बैतूल सहित शाहपुर में धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। बैतूल में फिल्टर प्लांट के पास स्थित घाट और शाहपुर में भी माचना नदी के घाटों की साफ सफाई पूर्ण कर साज सज्जा कर ली गई है। आज शुक्रवार को बैतूल के फिल्टर प्लांट घाट सहित शाहपुर में माँ माचना जयंती उत्साह और धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। इसके साथ ही खेड़ी ताप्ती, कोलगांव ताप्ती, मुलताई ताप्ती सरोवर सहित अन्य ताप्ती तटों पर श्रद्धालुओं का पुण्य कमाने के लिए जनसैलाब उमड़ेगा।
गुरूद्वारे कीर्तन-लंगर के साथ होगी आतिशबाजी
गुरूसिंह सभा के कोषाध्यक्ष हरप्रीत सिंग (सोनू) बग्गा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही गुरूनानक देव जी की जयंती के अवसर पर आज शुक्रवार को गुरूद्वारे में भी अनेक धार्मिक आयोजन रखे गए हैं। श्री बग्गा ने बताया कि शुक्रवार को प्रात: 10 बजे से 1 बजे तक कीर्तन, 1 बजे से 5 बजे तक अटूट लंगर, शाम साढ़े 7 से 10 बजे कीर्तन एवं रात्रि 10 बजे से आकर्षक आतिशबाजी का आयोजन रखा गया है। उन्होंने सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण करने की अपील की है।
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