नई दिल्ली। इस वर्ष के आखिर में होने वाले दूसरे खेलो इंडिया (Khelo India) यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) की मेजबानी कर्नाटक राज्य को सौंपी गई है। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री किरण रिजिजू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि गेम्स का आयोजन एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी (एआईयू) के सहयोग से बेंगलुरु के जैन विश्वविद्यालय और अन्य स्थानों पर किए जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि केआईयूजी 2021 की मेजबानी का अवसर कर्नाटक को मिलना गर्व की बात है। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि इस आयोजन से भारत को भविष्य के कुछ चैंपियन मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार विश्वविद्यालय खेलों को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
वहीं, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इस बार के आयोजन में भी अच्छी भागीदारी की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि पिछले साल ओडिशा में यूनिवर्सिटी गेम्स एक बड़ी सफलता थी। जिन देशों के खेल प्रदर्शन में महानता है, वे अक्सर अपने खेल नायकों को विश्वविद्यालय स्तर के एथलीटों से आकर्षित करते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका में । विश्वविद्यालयीय खेल ओलंपिक चैंपियनों के उभरने का आधार है।
इस बार के खेल आयोजन में और भी बड़ी भागीदारी की कल्पना करते हुए रिजिजू ने कहा कि पिछले साल ओडिशा में विश्वविद्यालय खेल एक बड़ी सफलता थी। खेल के शानदार प्रदर्शन वाले देशों ने अक्सर विश्वविद्यालय स्तर के एथलीटों से अपने खेल नायकों को आकर्षित किया है। मिसाल के तौर पर, यूएस गेम्स ओलंपिक चैंपियनशिप के आधार हैं। भारत में, हमें विश्वविद्यालयों से प्रतिभा की पहचान करने के लिए एक निरंतर, फोकस्ड योजना की आवश्यकता है और मुझे खुशी है कि हम केआईयूजी के साथ ऐसा करने में सक्षम हैं। इस साल, स्वदेशी खेलों को प्रतियोगिता में शामिल करने के साथ, मुझे उम्मीद है कि प्रतिभागियों की संख्या अधिक होगी।
एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी (एआईयू) के महासचिव, बलजीत सेखों के साथ केआईयूजी के साथ साझेदारी के बारे में बोलते हुए, “विश्वविद्यालय खेल हमारे एथलीटों के लिए ओलंपिक गौरव का एक स्पष्ट मार्ग है। एआईयू को विश्वविद्यालय खेल के साथ साझेदारी करने पर गर्व है और इस वर्ष एआईयू अपने राष्ट्रीय-स्तरीय प्रतियोगिताओं को भी आयोजित करेगा।
जैन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति चेनराज रॉय चंद का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में केआईयूजी की मेजबानी अभी भी खेल के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम है। खेल के विकास के लिए इस राष्ट्रीय पहल की मेजबानी करने का अवसर मिलना जैन विश्वविद्यालय में हमारे लिए गर्व की बात है। खेल कार्यक्रम के प्रति हमारे विश्वविद्यालय का व्यावहारिक दृष्टिकोण हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो खेलों को किसी के दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
उल्लेखनीय है कि केआईयूजी देश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालयीय खेल है और इसका उद्देश्य खेल प्रतिभाओं का दोहन करना है जो ओलंपिक सहित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। केआईयूजी का पहला संस्करण भुवनेश्वर में फरवरी 2020 में आयोजित किया गया था, और सभी राज्यों के 158 विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में, अंडर-25 आयु वर्ग में 3182 एथलीटों की कुल भागीदारी देखी गई। (एजेंसी, हि.स.)
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