बंगलूरू। पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली (Former Minister Ramesh Jarkiholi) से जुड़े कथित सेक्स स्कैंडल (Sex scandal) में एक और नया मोड़ आ गया है। इस मामले में एक असत्यापित चिट्ठी(Unverified letter) सामने आई है। बताया जाता है कि वीडियो में कथित तौर पर नजर आई महिला ने इस चिट्ठी के जरिए कर्नाटक उच्च न्यायालय(Karnataka High Court) के मुख्य न्यायाधीश से मामले की जांच अपनी निगरानी में कराने का अनुरोध किया है। रविवार को लिखे गए तीन पन्नों के पत्र में महिला ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह इस मामले में उसे उत्पन्न खतरे पर संज्ञान ले, मामले की जांच कराए और राज्य सरकार को उसे सुरक्षा देने का निर्देश देते हुए उसे न्याय दें। महिला ने आरोप लगाया है कि मामले की जांच कर रही एसआईटी (SIT) पूरी तरह से जरकीहोली के इशारों पर काम कर रही है।
महिला का आरोप है कि राज्य सरकार भी उनका (जरकीहोली का) बचाव कर रही है, ऐसे में उसे जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं रह गया है। उल्लेखनीय है कि खुद के दुष्कर्म पीड़िता होने का दावा करते हुए महिला ने कुब्बन पार्क थाने में रमेश जरकीहोली के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। इस शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उधर, शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद एसआईटी ने महिला की सुरक्षा के लिए आठ सदस्यीय टीम का गठन किया है। महिला ने पत्र में कहा, ‘जरकीहोली बेहद प्रभावशाली व्यक्ति हैं और वह पहले भी मुझे सार्वजनिक रूप से धमकी दे चुके हैं कि वह अपने खिलाफ आरोपों को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’ महिला ने उक्त पत्र में आगे कहा है, ‘मैं पहले भी खुद को और मेरे माता-पिता को रमेश जरकीहोली से खतरा होने की बात कह चुकी हूं, वह बहुत प्रभावशाली व्यक्ति हैं… मैंने एसआईटी से अपने और अपने माता-पिता के लिए सुरक्षा की मांग भी की है।’ बता दें कि यह मामला सामने आने के बाद से ही कर्नाटक की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। कर्नाटक के पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली की कथित संलिप्तता वाले ‘सेक्स वीडियो’ की पीड़िता के परिवार द्वारा कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष को इस स्कैंडल के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के एक दिन बाद रविवार को डी के शिवकुमार ने कहा था कि इस मामले को बंद करने के सारे प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन कानून अपना काम करेगा।