नई दिल्ली । कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka Congress) में चल रही दरार को खत्म करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। दरार को खत्म की पहल पूर्व सीएम सिद्धारमैया (siddaramaiah) की तरफ से की गई। शुक्रवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) को नाश्ते के लिए उन्होंने अपने घर आमंत्रित किया। दोनों नेताओं के साथ नाश्ते की बैठक में 2023 के विधानसभा चुनाव (assembly elections) को लेकर चर्चा हुई। कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच आई दरार की ख़बरों का खंडन और कार्यकर्ताओं में सब कुछ ठीक होने का संदेश देने के लिए यह बैठक हुई। मुलाकात के बाद डीके शिवकुमार ने कहा कि हम पार्टी के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने और संगठन बनाने और चुनावों का सामना करने के लिए मिले।
ಕೆಪಿಸಿಸಿ ಅಧ್ಯಕ್ಷರಾದ @DKShivakumar ಅವರೊಂದಿಗೆ ಬೆಳಗಿನ ಉಪಹಾರ ಸೇವಿಸುತ್ತಾ, ಪಕ್ಷದ ಕಾರ್ಯಚಟುವಟಿಕೆಗಳು ಹಾಗೂ ಮುಂದಿನ ಹೋರಾಟಗಳ ಬಗ್ಗೆ ಸಮಾಲೋಚನೆ ನಡೆಸಿದೆ. pic.twitter.com/Mk6Zz1nldI
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) July 8, 2022
डीके शिवकुमार का ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों नेताओं में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आगामी चुनावों में दोनों नेता चाहते हैं कि पार्टी उनके चेहरे पर चुनाव लड़े। जिसके लिए दोनों नेता शक्ति प्रदर्शन में जुटे हुए हैं। बता दें कि 3 अगस्त को सिद्धारमैया के समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री के 75वें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए ‘सिद्धारमहोत्सव’ का आयोजन कर रहे हैं।
2023 का चुनाव सिद्धारमैया का आखिरी चुनाव
इससे पहले शिवकुमार ने गुरुवार को कहा था कि यह कार्यक्रम पार्टी की छत्रछाया में होगा, क्योंकि अन्य राष्ट्रीय और राज्य नेताओं के साथ राहुल गांधी के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। इस आयोजन को कर्नाटक में 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए सिद्धारमैया को कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने घोषणा की थी कि 2023 में होने वाला चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा।
इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए सिद्धारमैया ने कहा, ‘निश्चित रूप से यह कार्यक्रम एक राजनीतिक संदेश होगा, क्या हमारे 5 साल के कार्यकाल की राजनीति में हमारी उपलब्धियों को गिनाना नहीं जाना चाहिए। क्या मेरे राजनीतिक सफर को याद करना राजनीति नहीं है? राजनीति के बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता है।’
सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि उन्होंने इस आयोजन को सिद्धारमहोत्सव नहीं कहा, बल्कि मीडिया ने ही किसी और के द्वारा बनाए गए शब्द को उठाया है। बता दें कि सिद्धारमैया के समर्थकों ने 3 अगस्त को दावणगेरे में एक विशाल कार्यक्रम की योजना बनायी है।
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