नई दिल्ली. कर्नाटक (Karnataka) के उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने कहा है कि वह इस दावे पर कुछ नहीं बोलेंगे कि राज्य के मंत्रियों और विधायकों को हनीट्रैप (honey trap) रैकेट द्वारा शिकार बनाया गया है. हनीट्रैप का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है और बीजेपी राज्य सरकार को इस मुद्दे पर घेर रही है.
गुरुवार को विधानसभा की बैठक के दौरान सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने दावा किया कि कम से कम 48 विधायकों को हनीट्रैप में फंसाया गया है. उन्होंने दावा किया कि यह नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है, जिसमें कई केंद्रीय मंत्री भी फंस गए हैं.
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के प्रमुख के तौर पर उन्होंने राजन्ना से बात की और उनसे शिकायत दर्ज कराने को कहा. उपमुख्यमंत्री ने कहा, “मैं यह नहीं बता सकता कि उन्होंने मुझे क्या बताया. मैंने उनसे शिकायत दर्ज कराने को कहा.”
हनीट्रैप पर बोलने से किया इनकार
राजन्ना और लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली द्वारा राज्य में सक्रिय हनीट्रैप रैकेट के बारे में पार्टी आलाकमान को अवगत कराने के लिए दिल्ली जाने की अफवाहों के बीच, राजन्ना के बेटे राजेंद्र ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की.
जब पत्रकारों ने शिवकुमार से मुलाकात के पीछे का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा, “कोई भी किसी से भी मिल सकता है. कई सांसद, विधायक और यहां तक कि लोग मुख्यमंत्री और मुझसे मिलते हैं.” इसके बाद उन्होंने कहा कि वह हनीट्रैप मुद्दे पर कोई जवाब नहीं देंगे.
शिवकुमार ने कहा, “मुझसे इस बारे में मत पूछिए. मैं इस मुद्दे से संबंधित किसी भी बात का जवाब नहीं दूंगा.” यह पूछे जाने पर कि क्या वह पार्टी आलाकमान के साथ ताजा घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं, वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्हें ऐसी झूठी खबरों के बारे में किसी से मिलने की जरूरत नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या हनीट्रैप मुद्दे को विधानसभा में उठाना कांग्रेस और सरकार के लिए शर्मनाक है, शिवकुमार ने कहा, “इस बारे में मुख्यमंत्री से पूछिए.”
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