बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान और काजोल अभिनीत फिल्म ‘माय नेम इज खान’ ने आज अपनी रिलीज के 11 साल पूरे कर लिए हैं। इस खास मौके पर फिल्म के निर्देशक करण जौहर ने फिल्म से जुड़ी यादों को ताजा करते हुए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है। इसके साथ ही करण जौहर ने एक खूबसूरत नोट भी लिखा है और टीम से जुड़े लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया है। करण जौहर ने लिखा-‘हमारे पास केवल हमारी कहानियां हैं और ये हमेशा रहेंगी। इस फिल्म की आत्मा होने के लिए धन्यवाद भाई। काजोल, रिजवान और हमारे लिए एक अटूट चट्टान है। शिबानी ने कहानी लिखी वो आज भी दुनिया के लिए प्रासंगिक है … और इस चुनौतीपूर्ण यात्रा पर एक साथ आने वाली पूरी टीम के लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा।
साल 2010 में आई फिल्म ‘माय नेम इज खान’ में शाहरुख खान और काजोल के अलावा जिमी शेरगिल, पल्ल्वी शारदा और सोन्या जहांं भी अहम भूमिका में थे। फिल्म में शाहरुख खान ने एक मुस्लिम युवक का किरदार निभाया था, जिसका नाम रिजवान खान रहता है। वहीं फिल्म में काजोल शाहरुख खान की पत्नी मंदिरा की भूमिका में थी। फिल्म में शाहरुख एस्पर्गर सिंड्रोम नाम की बीमारी से ग्रस्त रहते हैं। फिल्म में रिजवान बनकर उन्होंने मुस्लिमों के प्रति दुनिया की कट्टर सोच को बदलने की कोशिश की थी। फिल्म की टैग लाइन ‘माई नेम इज खान एंड आई एम नॉट ए टैरेरिस्ट’ के कारण यह काफी चर्चा में रही। विरोध के बावजूद यह फिल्म सुपरहिट रही और यह फिल्म उस साल की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म रही। गौरी खान द्वारा निर्मित इस फिल्म को करण जौहर ने निर्देशित किया था।