नई दिल्ली: टी20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन के कारण विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी और टीम सेलेक्शन पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) का भी मानना है कि बीसीसीआई को अब भारतीय क्रिकेट टीम के बड़े नामों पर निर्भर रहने के बजाय युवाओं को अधिक मौके देने के बारे में सोचना चाहिए.
कपिल का यह बयान न्यूजीलैंड से भारत की हार के बाद (IND VS NZ T20 World Cup) आया है. इससे पहले भारत को पाकिस्तान ने भी 10 विकेट से शिकस्त दी थी. इन दो मुकाबलों को गंवाने के बाद भारत की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें कमजोर हो गई हैं.
कपिल देव ने एबीपी न्यूज पर कहा कि अगर हम कुछ अन्य टीमों के आधार पर सफल होते हैं, तो यह तारीफ करने के लायक बात नहीं है. अगर आप विश्व कप जीतना चाहते हैं या सेमीफाइनल में पहुंचना चाहते हैं, तो इसे अपने दम पर ऐसा करना होगा. बेहतर है कि हम दूसरी टीमों पर निर्भर न रहें. मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को बड़े नामों और बड़े खिलाड़ियों का भविष्य तय करना होगा.
IPL में अच्छा खेलने वालों को मौका मिलना चाहिए: कपिल
मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में भारत के खराब प्रदर्शन के पीछे कई कारण हो सकते हैं. बायो-बबल, लगातार क्रिकेट के कारण हुई थकान और टीम सेलेक्शन इसकी तीन बड़ी वजह हो सकती हैं. अगर ऐसा है, तो कपिल का मानना है कि ऐसे कई युवा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है और फिट हैं. इन्हें भारतीय क्रिकेट के भविष्य के तौर पर तराशा जा सकता है.
‘बड़े खिलाड़ियों की खराब प्रदर्शन पर आलोचना होगी ही’
पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि उन्हें (बीसीसीआई) को यह सोचने की ज़रूरत है कि जो युवा आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, क्या उन्हें मौका देने का समय आ गया है? हम अगली पीढ़ी को कैसे बेहतर बना सकते हैं? अगर वे हार जाते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है. क्योंकि उन्हें अनुभव मिलेगा. अगर बड़े खिलाड़ी अब प्रदर्शन नहीं करते हैं और इतना खराब क्रिकेट खेलते हैं, तो इसकी काफी आलोचना होने वाली है. मुझे लगता है कि बीसीसीआई को हस्तक्षेप करने और अधिक युवाओं को टीम में लाने के बारे में सोचने की जरूरत है.
भारत के पास सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका
भारतीय टीम टी20 विश्व कप में दो मैच हार चुकी है. इससे सेमीफाइनल की उसकी उम्मीदें कमजोर हो गई हैं. अब अगर भारत को सेमीफाइनल खेलना है तो उसे ना सिर्फ अफगानिस्तान से जीतना होगा, बल्कि अगले दो मैच भी जीतने होंगे. इसके साथ ही उसे उम्मीद करनी होगी कि स्कॉटलैंड की टीम न्यूजीलैंड को हरा दे. अगर ऐसा हुआ तो भारत की तरह न्यूजीलैंड भी दो मैच हार जाएगा. ऐसा होने पर भारत और न्यूजीलैंड दोनों के बराबर अंक हो सकते हैं और फिर नेट रनरेट के आधार पर तय होगा कि पॉइंट टेबल पर कौन सी टीम बेहतर है. यहां भारत के पास मौका होगा.
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