मुंबई। फिल्म ऐक्ट्रेस कंगना रनौत के मुंबई स्थित ऑफिस पर बीएमसी की ओर से बुलडोडर चलाए जाने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। सरकार में साझीदार एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने भी इस पर अपना विरोध जताया था। इस बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख अडवाइजर अजॉय मेहता को तलब किया है।
बताया जा रहा है कि मामले को लेकर गवर्नर केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट पेश करने की भी योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद कंगना रनौत के ऑफिस को बीएमसी ने ढाह दिया था।
इसे लेकर गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार को सीएम के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार अजॉय मेहता को तलब कर सीएम के इस ‘बेतुके सलूक’ पर अपनी नाराजगी जाहिर की। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, गवर्नर ने मेहता के जरिए सीएम को सख्त संदेश भेजा है।
वहीं, खबर यह भी है कि गवर्नर इस पूरे विवाद पर एक रिपोर्ट तैयार कर उसे केंद्र को भेजने की सोच रहे हैं। बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे के सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद से ही गवर्नर कोश्यारी और उनके रिश्ते बेहत तनावपूर्ण रहे हैं। चाहे एमएलसी के तौर पर उद्धव ठाकरे का नामांकन हो या फिर कोरोना काल में अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा आयोजित कराने का मामला हो, गवर्नर और सीएम के तल्ख रिश्ते इस दौरान खुलकर सामने आए हैं।
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