कंगना ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर लिखा, ‘ये लोग जो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, अपने पतियों को प्लास्टिक का थैला कह रहे हैं। क्या ऐसा कहकर वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम कितने अच्छे हैं? चांदी के चम्मच के साथ जन्मे इन नेपो बच्चों को सोने की थाली में फिल्मी करियर दिया गया, इसका तो इन्हें सम्मान है नहीं, कम से कम मदरहुड लाइफ ही एंजॉय करें, लेकिन यह भी इन्हें अभिशाप लग रहा है। यह आखिर बनना क्या चाहते हैं? सब्जियां? क्या यह फेमिनिज्म है?इस बीच, एक कार्यक्रम में ट्विंकल ने कहा, हम कभी भी समानता और नारीवाद के बारे में बात नहीं करते हैं। अगर हम देखें तो हमें पुरुषों की जरूरत नहीं है। हमें एक अच्छे प्लास्टिक बैग की जरूरत है और हमें अपने जीवन में पुरुषों की जरूरत है। मैं इसी मानसिकता के साथ बड़ी हुई हूं। महिलाओं की तुलना में पुरुषों के बाल अधिक होते हैं। वे जल्दी झड़ जाते हैं। लंबे समय तक मुझे लगा कि पुरुषों का कोई खास उपयोग नहीं है।