भोपाल। प्रदेश में दमोह उपचुनाव को लेकर दोनो राजनीतिक दलों ने प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से राहुल सिंह लोधी को प्रत्याशी बनाने पर दमोह की जनता से माफी मांगी। कमलनाथ ने सभा में कहा कि उन्हें नहीं पता के यह फैसला लगत होगा। जिसके टिकट दिया जा रहा है, वह भी पाला बदल लेगा। वहीं इधर विरोधी को भाजपा प्रत्याशी बनाने और खुद के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित चल रहे पूर्व मंत्री जयंत मलैया से प्रदेश भाजपा के संवाद प्रभारी लोकेन्द्र पारासर ने दमोह पहुंचकर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच उपचुनाव को लेकर लंबी चर्चा हुई। हालाकि इसे सौजन्य मुलाकात बताया जा रहा है। कमलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह को लेकर कहा कि उन्हें नहीं पता था कि जिसपर उन्होंने भरोसा कि या था वह इस तरह धोखा देगा। उन्होंने कहा कि वह दमोह की जनता से माफी मांगते हैं, क्योंकि 2018 के चुनाव में उन्होंने ही यहां आकर राहुल सिंह के लिए वोट मांगा था, लेकिन इस बार का चुनाव सच्चाई और धोखे के बीच है, इसलिए अब उस धोखे का जबाब आपको ही देना है। उन्होंने कहा कि एक बात आप मानकर रखना कि ये उपचुनाव नहीं है। ये चुनाव पूरे देश को संदेश देगा कि बुंदेलखंड और दमोह की जनता गरीबी, कर्ज और सबकुछ स्वीकार कर लेगी, लेकिन ये सौदेबाजी स्वीकार नहीं करेगी। पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि ऐसा कोई देश नहीं, जहां हमारे देश के जैसी संस्कृति हो। उसी से भारत की पहचान है। अब ये उपचुनाव किसी उम्मीदवार का नहीं है। आप इस चुनाव में तय करेंगे कि हमें संस्कृति के रास्ते पर जाना है या सौदेबाजी के रास्ते पर। कमल नाथ ने कहा शिवराज तो जब तक दिन में झूठ न बोले, उनका खाना हजम नहीं होता।
उपचुनाव में लोकेन्द्र फिर सक्रिय
भाजपा संगठन ने लोकेन्द्र पारासर को उपचुनाव में एक बार फिर सक्रिय कर दिया है। पिछले साल 28 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में से ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर लोकेन्द्र ने अहम जिम्मेदारी निभाई थी। वे चुनाव में संगठन की उम्मीदों पर खरे उतरे। उपचुनाव के दौरान संगठन के हर फैसल में लोकेन्द्र की भूमिका रही है। अब दमोह लोकसभा चुनाव में भाजपा से राहुल सिह को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज चल रहे पूर्व मंत्री जयंत मलैया तक संगठन का संदेश पहुंचाने और उन्हें मनाने का दायित्व भी पार्टी ने लोकेन्द्र पारासर को सौंपा है। सूत्रों ने बताया कि लोकेन्द्र मलैया से मिलने और दमोह उपचुनाव की नब्ज टटोलने के लिए ही दमोह गए थे। लोकेन्द्र से मुलाकात के बाद मलैया पार्टी लाइन पर चलने को तैयार हो गए हैं।
मलैया से लोकेन्द्र की मुलाकात…
दमोह विधानसभा उपचुनाव में अभी तक तीसरे प्रबल प्रत्याशी की भूमिका अदा करते आ रहे प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने साफ कर दिया कि अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे और भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव लडऩा था, लेकिन उनके पिता और शीर्ष नेतृत्व का आदेश है, इसलिए वह अपनी उम्मीदवारी समाप्त करते हैं। सिद्धार्थ के चुनाव नहीं लडऩे के ऐलान से पहले भाजपा के प्रदेश संवाद प्रमुख लोकेन्द्र पारासर ने जयंत मलैया ने बंद कमरे में मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश भाजपा संगठन ने लोकेन्द्र के जरिए पार्टी का संदेश मलैया तक पहुंचाया था। इसके बाद सिद्धार्थ मलैया ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया। सिद्धार्थ ने कहा कि वे पिता के आदेश पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वे पार्टी लाइन पर चलेंगे और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में काम करेंगे।
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