भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress in Madhya Pradesh) एक तरफ 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में टूट (break in congress) भी हो रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के करीबी समझे जाने वाले टीकमगढ़ जिला प्रभारी और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अरुणोदय चौबे (Arunoday Choubey) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चौबे ने अपने इस्तीफे में लिखा कि मैं 30 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहा हूं। लेकिन हाल ही में खुरई में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जो बर्ताव हुआ उससे मैं और खुरई के सभी कार्यकर्ता दुखी है। अत: मैं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, टीकमगढ़ जिला प्रभारी और कांग्रेस के सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
चौबे ने कहा कि कुछ माह पूर्व कांग्रेस पार्टी का कार्यक्रम कर रहे थे। उसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बहुत ज्यादतियां हुई। इसका प्रदेश कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई विरोध नहीं किया गया। ना कोई जांच कमेटी बनी। जबकि घटना में 15 लोगों को जेल जाना पड़ा था। इससे दुखी होकर मैंने पीसीसी चीफ कमलनाथ को इस्तीफा दिया। मैंने 30 से 32 साल कांग्रेस की सेवा की है। अपना खून-पसीना बहाया है। इसके बाद यह सिला मिला है। इस वजह से निर्णय लिया कि ऐसी पार्टी के साथ नहीं रहना।
खुरई से विधायक अरुणोदय चौबे की लंबे समय से भाजपा में जाने की चर्चाएं सुनने में आ रही हैं। उनके लिए नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बीजेपी में लाने का रास्ता बनाया है। इसी साल भूपेंद्र सिंह के जन्मदिन पर चौबे के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा थी। हालांकि अरुणोदय चौबे ने अपने आगे के भविष्य के बारे में पूछे सवाल पर कहा कि जल्द ही पता चल जाएगा।
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