भोपाल। उपचुनाव की 27 विधानसभा सीटों में से आधे उम्मीदवार घोषित करने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मैदानी मोर्चा संभाल लिया है। चुनाव अभियान और चुनाव प्रबंधन की कमान कमलनाथ ने अपने हाथों में ले ली है। उम्मीदवारों की पहली सूची से ही ये अनुमान लगाया जा सकता है कि उपचुनाव में कमलनाथ को फ्री हैंड दिया गया है और दिल्ली का कोई दखल नहीं है बल्कि सहमति की औपचारिकता है। कमलनाथ ने विधानसभावार बैठकों का सिलसिला शुरु कर दिया है। आगर के बाद अब वे आज सांवेर के दौरे पर हैं। सांवेर में वे कार्यकर्ताओं की सभा करेंगे। सांवेर में भाजपा के उम्मीदवार मंत्री तुलसी सिलावट हैं जिनके सामने कमलनाथ ने भाजपा से लाकर प्रेमचंद गुड्डू को मैदान में उतारा है।
सोमवार को घेरा जाएगा कृषि मंत्री का बंगला
कमलनाथ ने सोमवार को किसान मोर्चा की बैठक बुलाई है। कमलनाथ के निवास पर होने वाली इस बैठक में केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की शिवराज सरकार को घेरने की रणनीति तय की जाएगी। कांग्रेस सरकार की किसान विरोधी नीतियां, किसान विरोधी अध्यादेशों, किसानों की मांगों को किसानों के बीच में ले जाएगी। उपचुनाव में संगठन की भूमिका और विरोध की रणनीति को भी अंतिम रुप दिया जाएगा। किसान कर्ज माफी के मुद्दे को भी किसानों के बीच में एक बार फिर ले जाया जाएगा। इस बैठक के बाद किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर के नेतृत्व में कृषि मंत्री कमल पटेल के बंगले का घेराव किया जाएगा। किसान कांग्रेस के कार्यकर्ता और किसान अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन भी देंगे।
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