रवीन्द्र जैन
ग्वालियर। ग्वालियर चंबल की 16 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में आम जनता की परेशानी से जुड़े मुद्दे पूरी तरह गायब हैं। यहां का पूरा चुनाव अश्लील और अपशब्दों पर केन्द्रित हो गया है। कांग्रेस के कमलनाथ ने शिवराज की मंत्राणी को आयटम कहा तो मंत्री इमरती देवी ने एक कदम आगे बढ़कर कमलनाथ को पागल बताते हुए उनकी मां बहन को आयटम कह डाला। उपचुनाव में विकास, बेरोजगार और किसानों की समस्याओं की तो अब बात ही नहीं हो रही है। कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था को कैसे पटरी पर लाया जाएगा, यह भी कोई नहीं बोल रहा। पूरा चुनाव नेताओं की तू-तू, मैं-मैं में बदल गया है। चुनावी सभा के दौरान कमलनाथ ने प्यास लगने पर सामान्य पानी पिया तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने चंबल के पानी का अपमान बता डाला और चुनाव में इस अपमान का बदला कांग्रेस को हराकर लेने की बात कह डाली। अब कमलनाथ इस पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। रविवार को कमलनाथ ने डबरा की चुनावी सभा में नाम लिए बिना इमरती देवी को आयटम कहा तो भाजपा ने तत्काल इसे बड़ा मुद्दा बना डाला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे गरीब दलित बेटी का अपमान बताते हुए भोपाल में गांधी प्रतिमा के सामने मौन उपवास किया। पिछले छह दिन से ग्वालियर चंबल की राजनीति में हंसिये पर चल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने ग्वालियर में मौन उपवास किया।
इमरती का तीखा हमला
आयटम कहे जाने पर मप्र की महिला बाल विकास मंत्री व डबरा से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी ने कमलनाथ पर सबसे बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कमलनाथ बंगाल से सिर्फ मुख्यमंत्री बनने मप्र आए थे। मुख्यमंत्री की कुर्सी चले जाने के बाद वे पागल हो गये हैं। पूरे प्रदेश में पागल की तरह घूम रहे हैं। इमरती ने कहा कि इंदौर में सबने देखा कि मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ कैसे महिलाओं को घूरते थे और फिल्मी हीरोइनों की कमर में हाथ डालते थे। इमरती ने कांगे्रस नेता अजय सिंह द्वारा जलेबी कहे जाने पर कहा कि उसने अपनी मां-बहन की इज्जत नहीं की। उन्हें लात मारकर घर से बाहर निकाला। कभी मां को थाने भेजा तो कभी अपनी बहन को थाने भेजा। इसलिए वह पहले विधानसभा फिर लोकसभा चुनाव हारा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved