भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) से मुलाकात के बाद प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों (government doctors) ने सामूहिक इस्तीफा (mass resignation) देने का निर्णय वापस ले लिया है। इस बीच पूर्व सीएम कमलनाथ ने डॉक्टरों की हड़ताल पर बड़ा बयान दिया है। नाथ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही डॉक्टरों के लिए नई पॉलिसी लेकर आएंगे।
पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने डॉक्टरों की बार-बार होने वाली हड़ताल को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम डॉक्टरों की समस्या समझते हैं। हमें उनकी परेशानियां देखकर दुख होता है। पीसीसी चीफ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही हम डॉक्टरों के लिए नई पॉलिसी लेकर आएंगे। इस पॉलिसी में डॉक्टरों के हित और जनता के हित दोनों का ख्याल रखा जाएगा। हम डॉक्टरों की समस्याएं दूर करेंगे।
मध्य प्रदेश के 10 हजार से अधिक सरकारी डॉक्टर्स बुधवार को अनिश्चितकॉलीन हड़ताल पर चले गए थे। इससे दो दिन पहले डॉक्टरों ने सरकार को उनकी मांगों के आदेश जारी करने की चेतावनी भी दी। हालांकि डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर कोर्ट ने हड़ताल को अवैध बताया और डॉक्टरों को तत्काल काम पर लौटने को कहा था। जिसके बाद देररात डॉक्टर्स ने कोर्ट के आदेश के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इसके बाद डॉक्टर्स अपनी मांगों के आदेश जारी नहीं होने पर सामूहिक इस्तीफा देने को लेकर विचार कर रहे थे। गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से डॉक्टरों ने मुलाकात की। इसमें सीएम ने डॉक्टरों से सहमति वाले मुद्दों पर जल्द आदेश जारी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफे देने का फैसला वापस ले लिया।
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