भोपाल: खरगोन में रामनवमी (Ram Navami in Khargone) पर हुए दंगे लेकर सियासी घमासान (political turmoil) थमने का नाम नहीं ले रहा है. गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बिहार का वीडियो खरगोन का बताकर ट्वीट किया था. जिसके बाद प्रदेश सरकार (state government) ने उनपर केस दर्ज कर लिया. हालांकि सिंह ने वो वीडियो डिलीट कर दिया था.
अब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने ऐसा ही कुछ किया है. जो उनको भारी पड़ेगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन कांग्रेस अब उनपर हमलावर हो गई है. कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा कि ‘ये हैं खरगोन में चचाजान, दिग्विजय सिंह के शांतिदूत. पुलिस इन पर कार्यवाही न करे तो क्या करें? आस्तीन के साँप कोई भी हों फन कुचलना जरूरी है.’ दरअसल उनके इस ट्वीट के साथ एक वीडियो है, जिसमें एक मुस्लिम युवक कह रहा है कि ‘चार गाड़ियां हमारे एरिये में है. हम जरा कुछ करें तो तहलका मचा देते हैं ये लोग. इतना डर काफी है तुम्हारे लोगों के लिए. समझ गए न.
कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि यह वीडियो खरगोन का नहीं, क्या कैलाश विजयवर्गीय शांति व्यवस्था (peacekeeping) बिगाड़ना चाहते हैं? इसकी जांच होनी चाहिए अगर वीडियो खरगोन का नहीं है तो जिस तरह दिग्विजय सिंह पर मामला दर्ज हुआ कैलाश विजयवर्गीय पर भी होना चाहिए. हम पुलिस के पास विजयवर्गीय पर एफआईआर की मांग करेंगे.
दरअसल ये वायरल वीडियो तेलंगाना के निजामाबाद में हुई एक घटना का 2019 का वीडियो है. जिसे खरगोन में हुई हिंसा से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिख रहे आरोपी का नाम मोहम्मद अफजल है, जिसे सीआरपीसी की धारा 107 के तहत मामला दर्ज किया गया था. ये घटना 20 अप्रैल 2019 को हुई थी.
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