इंदौर। लोकसभा चुनाव के प्रचार में भाजपा बाजी मारते दिख रही है। भाजपा में जहां कैलाश विजयवर्गीय, सुमेर सिंह सोलंकी और नगर तथा जिला भाजपा ने शंकर लालवानी के प्रचार का बीड़ा उठा रखा है तो अक्षय अभी खुद ही मैदान में डटे हुए हैं। वे अभी तो अपनी फील्डिंग जमा रहे हैं। अक्षय के पास कांग्रेसियों की टीम की कमी है। फिलहाल वे विधानसभा स्तर पर बैठक लेने में सक्रिय है तो शंकर ने आधे से ज्यादा वार्डों के कार्यकर्ता सम्मेलन निपटा लिए हैं, इसके बाद वे लोकसभा के अंतर्गत आने वाले गांवों के दौरे पर निकलेंगे।
भाजपा में जहां टीमवर्क से कम हो रहा है, वहीं सभी बड़े नेताओं को अलग-अलग जवाबदारी दे दी गई है और लोकसभा चुनाव प्रबंधन की 37 समितियां अपने-अपने स्तर पर काम कर रही है। भाजपा का चुनाव प्रबंधन भी जोरदार है, इसलिए प्रत्याशी को केवल सुबह बताया जाता है कि उसे कहां जाना है इसी पर शंकर लालवानी अपना दौर शुरू करते हैं। फिलहाल इंदौर में कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से उन्होंने 85 वार्ड में से आधे से ज्यादा वार्डों में कार्यकर्ता संपर्क कर लिए हैं और कई समाजों की बैठक में भी भाग लिया है। पिछले दिनों फाग उत्सव के दौरान भी सामाजिक बैठकों में उन्होंने भाग लिया और अपनी उपलब्धियां भी गिनाईं।
कल से भाजपा का प्रचार अभियान और तेज हो जाएगा, क्योंकि 18 अप्रैल से चौथे चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिसमें इंदौर लोकसभा सहित आसपास की 8 सीटें और हैं। फिर खर्चों पर भी कंट्रोल करना होगा, क्योंकि नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद एक-एक पाई का हिसाब भी रखना होगा। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम अभी विधानसभा स्तर पर ही चुनावी बिसात जमाने में लगे हुए हैं। उनके पास अपनी निजी टीम तो है, लेकिन कांग्रेसियों की टीम की कमी है। उन्हें कांग्रेसियों को जोडऩा पड़ रहा है और वह अभी विधानसभा स्तर पर बैठके लेने पहुंच रहे हैं। एक-दो विधानसभा की बैठक हो भी चुकी है और सभी को अलग-अलग जवाबदारी दी जा रही है, लेकिन कांग्रेस में चुनाव प्रचार का अभी कोई दम नजर नहीं आ रहा है, जिससे लगे कि कांग्रेसियों में लोकसभा चुनाव को लेकर उत्साह है। संभवत: अब अगले महीने से ही कांग्रेस चुनाव प्रचार में दम पकड़ेगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved