उज्जैन (Ujjain). सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है. कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के रौद्र रूप (Rudra form of Lord Shankar) की काल भैरव की उपासना की जाती है. मान्यता है कि काल भैरव की पूजा से जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं. तंत्र साधक कालाष्टमी (Tantra Sadhak Kalashtami) पर काल भैरव की विशेष पूजा करते हैं. इस दिन अगर आप भी ज्योतिषीय उपाय करें तो काल जीवन के संकट दूर हो सकते हैं.
कब है काला अष्टमी
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 28 जून को शाम 4 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी और 29 जून को दोपहर 2 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी. काल भैरव की पूजा निशा काल में की जाती है. अतः 28 जून को कालाष्टमी मनाई जाएगी. साधक 28 जून को व्रत रख कर काल भैरव की पूजा-उपासना कर सकते हैं.
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