गुना (Guna) । केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) ने गुना जिले के डीएफओ (वन मंडलाधिकारी) (DFO) को फोन लगाकर फटकार दिया. सिंधिया ने गुना जिले में पदस्थ IFS अधिकारी अक्षय राठौर (IFS officer Akshay Rathore) से सवाल करते हुए पूछा, क्या तमाशा चल रहा है…?
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान बमोरी क्षेत्र के ग्रामीणों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से शिकायत करते हुए कहा कि बमोरी में बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई की जा रही है. रतलाम झाबुआ से आए आदिवासियों ने पूरे जंगल का सफाया कर दिया. जंगल काटकर अब वनभूमि पर पक्के मकान बनाये जा रहे हैं. बमोरी रेंजर की मिलीभगत से ये काम हो रहा है. वनभूमि पर अतिक्रमण रोकने की कोशिश की जाती है तो आदिवासी खूनखराबे पर उतारू हो जाते हैं. एफआईआर भी दर्ज करा दी जाती है.
ग्रामीणों की बात सुनकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने डीएफओ अक्षय राठौर को फोन लगा दिया. सिंधिया ने फोन पर डीएफओ को फटकार लगाते हुए कहा, “क्या तमाशा लगा रखा है?”
रतलाम झाबुआ के लोग बमोरी में वनभूमि पर बिल्डिंग बना रहे हैं. हमारे जंगल क्यों कट रहे हैं? जवाब में डीएफओ ने कहा- मैं फिलहाल अवकाश पर हूं.
डीएफओ का जवाब सुनकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कब छुट्टी से वापिस आ रहे हो? छुट्टी से वापस आकर मेरे ऑफिस में जानकारी भेजना. ये सब रुकना चाहिए.
इस मामले में डीएफओ अक्षय राठौर ने वनभूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश देने की बात कही है.
गुना जिले के बमोरी में पिछले पांच सालों में हजारों बीघा वनभूमि पर अतिक्रमण किया गया है. वनभूमि पर लगे बेशकीमती पेड़ों को काटकर खेती की जा रही है.
वनभूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए जब ग्रामीण आवाज़ उठाते हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाती है. कइयों बार आदिवासियों और ग्रामीणों के बीच खूनी संघर्ष भी देखने को मिला है. सिंधिया का ये अंदाज कुछ दिनों पहले भी देखने को मिला था जब भरे मंच से कलेक्टर और एसपी की फटकार लगाई थी.
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