नई दिल्ली। दिवाली (Diwali ) का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। यह वर्ष के सबसे बड़े अमावस्या में से एक है। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा करने का विधान है। 24 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन विधिपूर्वक माता लक्ष्मी (mata lakshmi) की पूजा की जाती है। देवी की कृपा से धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती है। इसके लिए दिवाली की रात कुछ उपाय भी किए जाते हैं। जिससे साल भर धन की देवी की कृपा बनी रहे।
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में हर महीने की अमावस्या के कई उपाय होते हैं। कार्तिक मास (Kartik month) की अमावस्या ज्यादा खास होती है। इस दिन कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए उपाय किए जाते हैं। यदि आप भी बीमारियों, दुखों और किसी परेशानी से पीड़ित हैं, तो दीपावली के दिन इन उपायों को करने से परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा।
कार्तिक अमावस्या पर करें ये उपाय
– कार्तिक अमावस्या के दिन किए गए कुछ उपाय व्यक्ति के दुखों और बाधाओं (sorrows and obstacles) को दूर कर सकते हैं। इस दिन अन्न का दान करें और गरीबों और जरूरतमंदों को दक्षिणा दें। ऐसा करने से भोजन और धन की कमी नहीं होती है।
– जो लोग मानसिक और शारीरिक बीमारियों (mental and physical ailments) से पीड़ित हैं। उन्हें कार्तिक अमावस्या के दिन महामृत्युंजय का जाप करना चाहिए।
– जो जातक आर्थिक संकट में हैं। उन्हें अमावस्या के दिन भगवान विष्णु का नाम लेना चाहिए। नाम लेते समय आटे की 108 लोई बना लेनी चाहिए। अगर ये गोले मछली को दिए जाएं तो परिणाम जल्द ही देखने को मिलेंगे।
– कार्तिक अमावस्या के दिन चीटियों को मीठा आटा खिलाने से पापों का नाश होता है। माना जाता है कि व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
– दिवाली की शाम को घर के ईशान कोण में बैठ जाएं। मौली के धागे से घी में डालकर दीपक जलाएं। दीपक में थोड़ी सी केसर या हल्दी लगाएं। इससे व्यक्ति की आर्थिक परेशानी दूर होगी।
– अगर आप नौकरी में तरक्की चाहते है या बेरोजगार हैं। तो एक नींबू दिवाली के दिन सुबह मंदिर में रख दें। फिर रात को इस नींबू को किसी बेरोजगार व्यक्ति के सिर से उतार लें। अब इस नींबू को चार भागों में काट लें। इन हिस्सों को चार दिशाओं को फेंक दें।
– कार्तिक अमावस्या के दिन गंगा स्नान करें। अगर संभव ने हो तो नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए। दिवाली के दिन हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ अवश्य करें।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं, इन पर हम किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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