नई दिल्ली: दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम ऑपरेटरों से कोराना के बारे में घोषणा और ‘कॉलर ट्यून’ बंद करने को कहा है. टेलीकॉम कंपनियां कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिये कॉल लगने से पहले इसके बारे में रिकॉर्ड की गयी घोषणा को चलाते हैं और ‘कॉलर ट्यून’ बजाते हैं. इसमें लोगों को महामारी के दौरान एहतियात बरतने और टीका लगवाने के बारे में कहा जाता है.
पत्र जारी कर दिए गए निर्देश
दूरसंचार विभाग ने 29 मार्च को एक पत्र जारी कर निर्देशों को रद्द किया जिसमें टेलीकॉम ऑपरेटरों को कोरोना से जुड़ी घोषणाओं और सूचनाओं के लिए हर फोन पर‘कॉलर ट्यून’ बनाने के लिए कहा गया था. विभाग के अनुसार, इस संबंध में तत्काल प्रभाव से ‘कॉलर ट्यून’ को वापस लेने को लेकर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की स्वीकृति मिल गयी है.
DOT ने की थी सरकार से मांग
टेलिकॉम डिपार्टमेंट (DOT) सरकार को चिट्ठी लिखकर यह मांग की था. दरअसल, DOT को लोगों की शिकायतें मिल रही थीं कि अब यह ट्यून जागरूक करने की बजाय वक्त बर्बाद कर रही है. इससे कारण कई बार जरूरी कॉल में देरी भी होती है. शिकायत कर्ताओं ने कहा था कि वैसे भी कोरोना के संबंध में जागरुकता लाने का कार्य पूरा हो चुका है.
21 महीने पहले शुरू हुई थी ट्यून
देश में कोरोना की रफ्तार कम हो गई है. इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सहित राज्य सरकारों ने अपने स्तर पर कई अभियान चलाए थे. इन अभियानों में लोगों को जागरूक करने का काम किया गया था. इसीक्रम में 21 महीने पहले कोरोना महामारी के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कोविड-19 कॉलर ट्यून शुरू की गई थी.
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