नई दिल्ली । वैदिक ज्योतिष (Vedic astrology) के अनुसार ग्रह नक्षत्रों के राशि परिवर्तन का सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है। जब किसी राशि में ग्रह का गोचर या युति होती है तो, उसका असर सभी 12 राशियों (zodiac signs) पर पड़ता है। बड़े ग्रह गुरु बृहस्पति (Jupiter) 13 अप्रैल को अपनी स्वराशि मीन (Pisces) में प्रवेश करने जा रहे हैं। गुरु ज्ञान, शिक्षक, धार्मिक कार्य, धन, दान, पुण्य और वृद्धि के कारक माने गए हैं। जानें गुरु ग्रह के राशि परिवर्तन का किन राशि वालों को होगा महालाभ-
मेष- देवगुरु बृहस्पति 12 महीने बाद एक बार फिर से राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। मेष राशि के द्वादश भाव में गुरु ग्रह स्थित होंगे। इस समय मेष राशि के जातकों को चिंताओं से मुक्ति मिल सकती है। प्रॉपर्टी में निवेश के लिए समय उत्तम है। नई नौकरी में शामिल होने की योजना बनाने वाले के लिए समय अनुकूल रहेगा। परिवार में कोई मांगलिक कार्यक्रम हो सकता है।
वृषभ- गुरु ग्रह को विकास और सफलता का कारक माना गया है। वृषभ राशि वालों के एकादश भाव में गुरु ग्रह स्थित होंगे। इसलिए इस दौरान आपको मान-सम्मान और सौभाग्य की प्राप्ति होगी। समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। आपकी लव लाइफ सुखद रहेगी। कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा।
मिथुन- मीन राशि में देवगुरु बृहस्पति के गोचर से आपको लाभ मिलेगा। इस दौरान आपको आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। गुरु ग्रह आपकी राशि के दशम भाव में स्थित होगा। इस दौरान आपका रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। कारोबारियों को विशेष रूप से लाभ होगा। व्यापार में तेजी आ सकती है। करियर में तरक्की मिलने के योग बनेंगे।
मीन- मीन राशि में ही देवगुरु बृहस्पति गोचर करने जा रहे हैं। गुरु ग्रह आपकी राशि के लग्न भाव में स्थित होंगे। इसलिए इस समय जीवनसाथी के साथ संबंधों में सुधार होगा। वैवाहिक जीवन आनंदमय रहेगा। समाज में मान-सम्मान हासिल होगा। कार्यस्थल पर बॉस की सराहना मिल सकती है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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