नई दिल्ली । गुजरात(Gujarat) में हेलीकॉप्टर हादसे(Helicopter accidents) में शहीद डिप्टी कमांडेंट सुधीर यादव(Martyr Deputy Commandant Sudhir Yadav) का मंगलवार को पार्थिव शरीर (dead body)घर पहुंचते ही चीत्कारें मच गईं। अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। माता-पिता बेटे की याद कर रो रहे थे तो सुधीर की जज पत्नी आवृत्ति नैथानी की आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे। पार्थिव शरीर पर उन्होंने एक चिट्ठी रखी और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए फफक पड़ीं। बिलखते हुए बोलीं, वी आर प्राउड ऑफ यू सुधीर…तुम हमेशा देशसेवा को तत्पर रहे। प्लीज, चिट्ठी को जरूर पढ़ लेना। हम सब ठीक हैं…तुम जहां भी हो अपना ख्याल रखना। यह नजारा देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। आवृत्ति को कोस्टगार्ड यूनिट से आए अधिकारियों ने सांत्वना दी। बुधवार को बिठूर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हाय, हमार बाबू चला गा
बेटे को श्रद्धांजलि देने के लिए जब मां राजमणि और पिता नवाब सिंह पहुंचे तो उनकी आंखों से आंसुओं की धारा बह निकली। रोते हुए राजमणि बस एक ही बात कहती जा रही थीं कि हाय हमार बाबू, हमार हीरा चला गा..राजमणि ने बेटे की फोटो को चूमते हुए कहा कि अपना ख्याल रखना बेटा और अगले जन्म में फिर हमारे पास आना। बेटा धर्मेंद्र पिता को संभालने का प्रयास करता रहा।
मूलरूप से शिवली के हरकिशनपुर निवासी नवाब सिंह के छोटे बेटे सुधीर यादव भारतीय तटरक्षक बल में पायलट थे। रविवार को पोरबंदर में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से सुधीर समेत तीन शहीद हो गए थे। मंगलवार को लखनऊ एयरपोर्ट से तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर श्याम नगर स्थित उनके घर लाया गया। विस अध्यक्ष सतीश महाना, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक हसन रूमी, रघुनंदन भदौरिया, एडीएम सिटी राजेश कुमार, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह, एसीपी चकेरी दिलीप कुमार संग कोस्टगार्ड कानपुर और पोरबंदर यूनिट के अधिकारियों व अन्य लोगों ने भी श्रद्धांजलि दी। बुधवार सुबह परिजन पार्थिव शरीर पैतृक गांव हरकिशनपुर गांव ले जाएंगे। श्रद्धांजलि सभा के बाद बिठूर में अंतिम संस्कार होगा।
पुलिस ने ग्रीन कॉरीडोर बना पहुंचाया पार्थिव शरीर
पार्थिव शरीर गुजरात से विशेष विमान से लखनऊ आया, जहां से ग्रीन कॉरीडोर बनाकर पुलिस ने श्याम नगर स्थित घर पहुंचाया। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने रामादेवी होते हुए पार्थिव शरीर को सेंगर चौराहा होते हुए घर पहुंचाया। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला श्याम नगर पहुंचीं तो आवृत्ति को गले लगा लिया। इस पर परिजनों ने कहा कि सुधीर की याद में गांव में कुछ न कुछ चाहे गेट या कोई स्मारक बन जाए। राज्यमंत्री ने तुरंत एसडीएम से बात कर बुधवार सुबह तक पूरा इंतजाम करने को कहा।
मिलनसार स्वभाव के थे सुधीर, हर कोई मुरीद
इलाके के लोगों और रिश्तेदारों का कहना था कि सुधीर काफी हंसमुख और मिलनसार स्वाभाव के थे। सभी की चिंता करते थे। कर्तव्य के लिए भी निष्ठावान थे। पूरे परिवार को साथ लेकर चलने वाले थे। कोस्टगार्ड की कानपुर यूनिट से आए उनके साथियों ने कहा कि सुधीर हमेशा खुलकर बोलने वाला था।
बच्चों ने सैल्यूट कर शहीद पिता को दी अंतिम विदाई
वहीं, जम्मू कश्मीर में जीप खाई में गिरने पर शहीद पवन यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार को कानपुर के शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर शहीद को देख आंखें नम हो गईं। भारत माता की जय, पवन तुम्हारा यह बलिदान याद करेगा हिन्दुस्तान की गूंज के बीच अंतिम विदाई दी गई। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने शहीद की पत्नी और माता-पिता को 50 लाख का चेक प्रदान किया। अंतिम दर्शन के लिए सैलाब उमड़ पड़ा। भीड़ पवन अमर रहे के नारे लगा रही थी।
पार्थिव शरीर से लिपट बोली पत्नी-एक बार चेहरा दिखा दो
सेना के जवानों ने जैसे ही पार्थिव शरीर को घर के पास रखा। पवन की पत्नी सुषमा आ गईं और पार्थिव शरीर से लिपटकर बिलख पड़ीं। बोलीं-एक बार इनका चेहरा दिखा तो। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक राहुल बच्चा, सपा नेत्री रचना सिंह गौतम, पूर्व सपा विधायक मुनींद्र शुक्ला, डीएम राकेश सिंह, एडीएम राजेश कुमार, डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह, एसडीएम रश्मि लांबा, प्रधान रिशांत पाल समेत सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
अफसर समेत 45 जवान शामिल
सेना के 45 जवान जिसमें 6 अफसर व 39 सिपाही पवन का पार्थिव शरीर लेकर आए थे। सैल्यूट के साथ सलामी दी गई। शहीद के पिता और बेटे-बेटी ने बिलखते हुए सैल्यूट किया। पवन के पिता बोले-मुझे बेटे पर गर्व है। करीब तीन बजे तक अंत्येष्टि स्थल पर भीड़ जमा रही। राकेश सचान ने पत्नी को 35 लाख, पिता-माता को साढ़े सात-साढ़े सात लाख का चेक प्रदान किया।
स्मारक और पार्क के लिए भूमि का प्रस्ताव
एसडीएम रश्मि लांबा ने बताया कि सोमवार को प्रधान को निर्देश देकर पवन यादव की याद में स्मारक और पार्क के लिए जमीन आवंटन का प्रस्ताव बनाकर संस्तुति की गई है। इसके अलावा नियमानुसार आश्रितों को पांच बीघा भूमि का आवंटन किया जाएगा। प्रधान ने बताया कि शाम को सेना के जवानों ने पवन के आश्रितों की कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी कराई है।
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