नई दिल्ली । वक्फ विधेयक (Wakf Bill)को लेकर जब से संयुक्त संसदीय समिति(Joint Parliamentary Committee) बनाई गई है, लगभग हर बैठक में सरकार (The government at the meeting)और विपक्ष के सदस्यों(Members of the Opposition) के बीच बवाल होता ही रहा है। अब विपक्षी सांसदों ने जेपीसी के स्टडी टूर का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने कोलकाता, पटना और लखनऊ की यात्रा को 12 नवंबर से बढ़ाकर 14 नवंबर कर दिया।
इससे पहले गुवाहाटी और भुवनेश्वर में हुई बैठकों का विपक्षी सांसदों ने बहिष्कार कर दिया था। इन बैठकों में 31 में से केवल पांच सदस्य ही उपस्थित थे। सारे ही सदस्य बीजेपी के थे। ऐसे में जेपीसी की इन बैठकों का उद्देश्य ही पूरा नहीं हो पाया। इसीलिए लोकसभा सचिवालय ने आगे की यात्राओं की तारीख बदलने का फैसला किया।
पैनल के विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की थी और कहा था कि 9 से 14 नवंबर के दौरान कई सांसद अपने लोकसभा क्षेत्रों के दौरे पर हैं इसलिए इन दिनों यात्रा ना रखी जाए। शनिवार को सांसदों ने बिड़ला को पत्र लिखकर कहा कि विपक्षी सांसदों की आपत्ति के बाद भी जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने पुराना ही शेड्यूल लागू कर दिया।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सोमवार को कहा, कई राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और ऐसे में इस टूर को पोस्टपोन करने की बात कही गई थी। ज्यादातर बैठकें दिल्ली में ही होती हैं। लेकिन चुनाव के दौरान बहुत सारे सांसद दिल्ली से बाहर हैं। ऐसे में मीटिंग का उद्देश्य नहीं पूरा हो पाता है। देर से ही सही लेकिन यात्रा को टालने का फैसला किया गया है जो कि स्वागत योग्य है। डीएमके के ए राजा और कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने भी स्पीकर को पत्र लिखा था। वहीं जगदंबिका पाल का कहना है कि स्टडी टूर कोई औपचारिक कार्यक्रम नहीं है और फॉर्मैलिटी पूरी करने के लिए बाध्य नहीं है।
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