-केन्द्रीय सूचना आयुक्त माहुरकर वर्ष 2021 का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित
ग्वालियर। प्रजातंत्र (Democracy) में राजनेता और पत्रकार (Politicians and Journalists) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों का एक ही लक्ष्य है जनसेवा। माध्यम भर अलग-अलग होते हैं। प्रजातंत्र में राजनेताओं की भूमिका जनसेवक की और पत्रकारों (Journalists) की भूमिका पहरेदार के रूप में होती है। पहरेदार, जनसेवकों अर्थात राजनेताओं को सही रास्ता दिखाने का काम करते हैं।
यह विचार केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को ग्वालियर में डिजियाना उद्भव राष्ट्रीय पत्रकार सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के स्व. काशीनाथ चतुर्वेदी सभागार में आयोजित भव्य कार्यक्रम में देश के जाने माने लेखक विश्लेषक व पत्रकार तथा भारत सरकार के सूचना आयुक्त उदय माहुरकर को वर्ष 2021 का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदान किया । इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में एक दर्जन से अधिक पत्रकार भी सम्मानित किए गए।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने संत कबीर के प्रसिद्ध दोहे “निंदक नियरे राखिए…” का उदाहरण देते हुए कहा कि आलोचक को सदैव अपने करीब रखना चाहिए। यदि हमें अपनी कमियां पता चल जायेंगी तो हम एक बेहतर इंसान बन सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में भी पत्रकारों का अहम योगदान रहा। हाल ही में जब कोरोना का संकट आया तब भी देश भर में पत्रकारों ने अपनी और अपने परिवार की चिंता किए बिना सड़क पर उतरकर सरकार और प्रशासन का सहयोग किया।
सिंधिया ने इस अवसर पर पत्रकारों का भी आह्वान किया कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में भी मूल्य और सिद्धांत न भूलें। साथ ही पत्रकारिता के प्रति लोगों की विश्वसनीयता भी कम नहीं होनी चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे देश के सूचना आयुक्त एवं वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर ने कहा कि पत्रकारिता में वर्तमान दौर में साधन, तकनीक व सुविधायें आ गई हैं। पर कलमकारों को टीआरपी की अंधी दौड़ में शामिल न होकर कोई भी ऐसी खबर प्रसारित नहीं करना चाहिए जो देश के लिये घातक साबित हो। उन्होंने कहा कि हमारी पत्रकारिता में नेशन फर्स्ट होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि देश का हर नागरिक अगर इस भावना को अपना ले कि देश प्रथम है तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। माहुरकर ने वीर सावरकर के राष्ट्रवाद के सिद्धांत को बखूबी ढंग से परिभाषित किया।
पत्रकारिता की विभिन्न श्रेणियों में इनका हुआ सम्मान
उद्भव राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान समारोह में ’’राज्य स्तरीय सम्मान’’ प्रिन्ट मीडिया केटेगरी में ग्वालियर के धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया तथा इलेक्ट्रोनिक केटेगरी में भोपाल के शरद द्विवेदी को प्रदान किया गया। साथ ही दि प्रेसिडेंस मैगजीन के सौजन्य से यंग ऐचीवर अवार्ड भी प्रदान किया गया। ग्वालियर के देव श्रीमाली, भोपाल के प्रमोद भारद्वाज एवं इन्दौर के उज्जवल शुक्ला को उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिये विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। स्तम्भकार लेखक की श्रेणी में कृष्ण मोहन झा सम्मानित किए गए। इसके अलावा अन्य पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved